72 शिक्षक भर्ती में संदिग्ध दस्तावेज वाले शिक्षकों की होगी जांच

जागरण संवाददाता, मैनपुरी : पिछले पांच सालों में जिले में हुई परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती में कई दर्जन फर्जी दस्तावेजों के सहारे शिक्षक नौकरी कर रहे हैं।
जांच के नाम पर सिर्फ 29 हजार शिक्षक भर्ती की जांच हुई, जिसमें आठ फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी हो गई, लेकिन 72 हजार शिक्षक भर्ती में जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी चार महीने बीतने के बाद अभी तक विभाग ने जांच शुरू नहीं की है। 15 हजार शिक्षक भर्ती में 15 दिन पूर्व फर्जी एक शिक्षक को अभी तक विभाग ने नोटिस देना मुनासिब नहीं समझा है। शिक्षकों पर विभाग के अधिकारी मेहरबान हैं।
जिले में पांच साल पहले 72 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत तीन सौ शिक्षकों को नियुक्त किया गया था। जबकि 29 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत सितंबर 2015 में 303 शिक्षक नियुक्त हुए थे। इन दोनों नियुक्तियों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने की शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी लोकेश एम से हुई थी। चार महीने पहले लोकेश एम ने इन दोनों नियुक्तियों की जांच कराने के आदेश दिए थे। 29 हजार शिक्षक भर्ती में पहले जांच हुई और इसमें तीन महीने पहले आठ शिक्षकों को बर्खास्त करने का नोटिस जारी हुआ और बर्खास्त कर दिया, लेकिन 72 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की अभी तक विभाग ने जांच शुरू नहीं की है। 15 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत नियुक्त हुए 153 शिक्षकों में एक शिक्षक अमित कुमार उपाध्याय के दस्तावेज फर्जी निकले हैं। विभाग ने अभी तक इस शिक्षक को किसी भी तरह का नोटिस जारी नहीं किया है।
'29 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जी मिले शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। 15 हजार शिक्षक भर्ती में एक शिक्षक के दस्तावेज फर्जी हैं। उसके विरुद्ध भी कार्रवाई प्रक्रिया चल रही है। 72 शिक्षक भर्ती में भी संदिग्ध दस्तावेज वाले शिक्षकों की जांच होगी।'

रामकरन यादव, बीएसए।
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