शिक्षक भर्ती में खेल करने वाले कई अफसर फंसे, विभाग ने दो माह पहले की थी नियुक्तियां

जागरण संवाददाता, बरेली : समाज कल्याण विभाग की लापरवाही ने कई अफसरों को कटघरे में खड़ा कर दिया। शिक्षक भर्ती में खेल के पूरे संकेत मिल गए हैं। अब हाईकोर्ट ने विभाग से जवाब मांगा है। इससे विभाग के तत्कालीन अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।

ये है नियम
समाज कल्याण विभाग ने आश्रम पद्धति विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। सेवानिवृत शिक्षकों को प्राथमिकता दी गई थी। नियम है कि जिस पद के लिए सेवानिवृत अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यदि एक पद के लिए एक से अधिक सेवानिवृत आवेदन करते हैं तो उनका मेरिट बेस व साक्षात्कार के जरिए चयन होगा, यदि एक ही सेवानिवृत अभ्यर्थी ने आवेदन किया है तो उस पद को रिजर्व माना जाएगा। उसके लिए अलग से कार्यवृत बनाकर फाइल में लगाया जाएगा, जो चयन कमेटी अध्यक्ष के समक्ष रखेगी लेकिन नियमों का पालन नहीं किया गया। सूत्रों का कहना है कि सेवानिवृत अभ्यर्थी न तो चयन किया गया और न ही कार्यवृत बनाया गया। फ्रेशर की तैनाती कर दी गई।
कोर्ट ने मांगा जवाब
अभ्यर्थी डा. विमला गुप्ता ने हाईकोर्ट में पूरा मामला दर्ज कराया। चयन कमेटी पर आरोप लगाए। उन्होंने विभाग के कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी दिए जाने का मामला भी रखा है। अब विभाग इसके लिए जवाब तैयार कर रहा है।
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