फेसबुक पर टीचर के स्टेटस ने बेसिक शिक्षा विभाग महकमे को हिलाया

लखीमपुर-खीरी। हिन्दुस्तान संवाद एक टीचर के फेसबुक स्टेटस ने बेसिक शिक्षा विभाग को हिला दिया। टीचर ने बेसिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली उजागर करते हुए अपनी स्कूटी का फोटो डाला और कहा कि उसके पास दिवाली त्योहार पर पैसे नहीं हैं। त्योहार मनाने के लिए अपनी स्कूटी की नीलामी की पेशकश की।
टीचर ने लिखा कि दो महीना बाद भी खीरी बेसिक शिक्षा विभाग ने एलपीसी (लास्ट पे स्लिप) नहीं दी। जिससे उसको वेतन नहीं मिल पाया।
शिक्षक अखिलेश का गैर जनपद तबादलों में तबादला हुआ था। अपने गृह जनपद पहुंचे अखिलेश काफी खुश थे कि जिले में ही अब नौकरी करेंगे। दो महीने बीत गए पर अखिलेश को वहां वेतन नहीं मिला। पता चला कि जहां से (खीरी से) जब तक एलपीसी (लास्ट पे स्लिप) नहीं आएगी तब तक वेतन नहीं मिलेगा। त्योहार से पहले अखिलेश ने खीरी जिले पहुंचकर अफसरों से समस्या बताई। एलपीसी देने की मांग की लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के लेखा विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। एलपीसी न मिलने से अखिलेश को दिवाली पर वेतन नहीं मिला। त्योहार पर खाली हाथ मायूस टीचर ने फेसबुक पर अपनी स्कूटी की फोटो डाली और लिखा कि वह बेसिक शिक्षा विभाग का टीचर है। दो महीने से वेतन न मिलने से त्योहार पर जेब खाली है।

खीरी के बेसिक शिक्षा विभाग ने एलपीसी नहीं दी जिससे वेतन नहीं मिल पाया। त्योहार मनाने के लिए टीचर ने अपनी स्कूटी बेचने के लिए बोली लगवाई। टीचर के इस पोस्ट ने बेसिक शिक्षा विभाग खासकर लेखा विभाग की कार्यप्रणाली उजागर कर दी। गैर जनपद तबादला पाकर गए शिक्षकों को वेतन तो नहीं मिला लेकिन पास का पैसा खीरी जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय की दौड़ में और खर्च हो गया। यह कहानी सिर्फ अखिलेश की नहीं बल्कि तमाम टीचरों की है जो एलपीसी के विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।
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