माननीय उच्च न्यायालय खंड पीठ इलाहबाद ने NCTE के क्लॉज़ 9 B की व्याख्या जो कि फुल बेंच द्वारा की गई थी को आधार मानकर पुराना ऐड बहाल किया था जो कि आज माननीय उच्चत्तम न्यायालय में बिना स्टे ग्रांट हुए विचाराधीन है और अब वहां भारांक पर ही मुख्य बेहेस होनी तय है कि कितना भारांक दिया जाए
जबकि 17 दिसंबर 2014 को एडवोकेट जनरल ये साफ़ कर चुके हैं कि भारांक आवश्यक है और ये सरकार के ऊपर है कि भारांक कितना दिया जाए परंतु आवश्यक है भारांक का देना जिस पर न्यायमूर्ति दीपक मिश्र जी ने असहमति जताते हुए संसद का भी हवाला दिया था कि अगर आप वहां ये सब तय करते तो आज पूरे देश में एक प्रणाली होती , जिसके लिए अब मुद्दा विचाराधीन है |
बात करते हैं आगे की :-
29334 only one Adv - fully based in academic merit
Btc all recruitments - fully based on academic merit
क्या कोई दूसरा विकल्प है कि बना भारांक को दिए ये भर्तियां चरम पर पहुँच जाएं ?
एक बात और देखने वाली ये होगी कि जब विज्ञापन निकले ये सभी तो उसमे भी चयन का आधार साफ़ उल्लेखित था और ये सभी जानते हैं कि वो चयन केआधार का दोष भी माननीय उच्चत्तम न्यायालय से दूर हुए बिना कुछ नहीं होगा परंतु अगर माननीय उच्च न्यायालय यहाँ फैसला देता है तो इतने प्रश्न के उत्तर कहाँ से आएँगे ?
क्या समस्त विज्ञापन निरस्त होकर भर्तियां ख़त्म हो जाएंगी ?
क्या न्यायमूर्ति बिना विज्ञापन के विकल्प के निकले हुए विज्ञापन पर चयन का आधार पलट देंगे कि आपके विज्ञापन में ये दोष था इसको दूर करके भारांक लगाइये चूंकि कोर्ट भारांक नहीं बता सकती है कि कितना देना है ?
क्या फुल बेंच के आदेश में ये उल्लेखित है कि टेट मेरिट इस बेस्ट ?
क्या प्रतिवादी के अधिवक्ता ये दलील नहीं रखेंगे कि हमने विज्ञापन के शर्तों पर अप्लाई किया था तो हमारा अधिकार जनरेट हुआ है और हम नौकरी कर रहे हैं (हालाँकि ये दलील दकियानूसी है ) ?
क्या बीटीसी वाले ये बात नहीं रखेंगे कि विज्ञापन के पदों के सापेक्ष हमारी संख्या कम थी तो हमें माफ़ करें ?
सबसे महत्वपूर्ण क्या खरे साहब की इस दलील से कोर्ट कंविंस हो जाएगी कि जब माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ अपना आदेश दे चूका था और अपैक्स कोर्ट से स्टे रिजेक्टेड था तो उस समय 12 कोर्ट के अनुसार प्रभावी था , फिर ये चयन कैसे हुए क्योंकि अपने आदेश में खंडपीठ के द्वारा सरकार द्वारा लाए गए समस्त संशोधनों को खारिज कर दिया था ?
समस्त ऐड निरस्त हो जाएंगे बस उन्हें छोड़कर जिनमे चयन विज्ञापन में दर्शाये गए पदों से निम्न हैं लेकिन उन्हें भी ( शकुल भाई को 😜) कोर्ट जाना होगा चूंकि मामला दिल्ली पहुँचाना तय है तो दीपक सर कुछ भी कर सकते हैं , उनकी सोच वो रहती है हर बार कि आप कोर्ट के विषय में दो हजार सोच का आंकलन रखिये वे अपनी दो हजार एक्वी सोच को दर्शाकर आदेश पारित करते हैं |
टेट मेरिट बने माननीय उच्च न्यायालय से ये कहना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि खरे साहब की एल दलील नए सीजे पर क्या प्रभाव डालेगी वे देखने लायक होगी |
देखते हैं क्या होता है इस एपिसोड में भी वैसे सुधीर अग्रवाल जी मुहर लगा ही गए थे ?
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
जबकि 17 दिसंबर 2014 को एडवोकेट जनरल ये साफ़ कर चुके हैं कि भारांक आवश्यक है और ये सरकार के ऊपर है कि भारांक कितना दिया जाए परंतु आवश्यक है भारांक का देना जिस पर न्यायमूर्ति दीपक मिश्र जी ने असहमति जताते हुए संसद का भी हवाला दिया था कि अगर आप वहां ये सब तय करते तो आज पूरे देश में एक प्रणाली होती , जिसके लिए अब मुद्दा विचाराधीन है |
- कल राज्यपाल महोदय से हुई मुलाक़ात , निम्न मांग रखी....... : अरशद अली
- 29334 गणित-विज्ञान जूनियर भर्ती केस में आज हुई हाईकोर्ट में सुनवाई का सार, कल फिर 2 बजे के बाद सुनवाई रहेगी जारी
- प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में असमायोजित शिक्षामित्रों ने बैठक कर समायोजन की बनाई रणनीति
- कुल मिलाके अकेडमिक का अंत तय , कल हियरिंग कंटिन्यूड
बात करते हैं आगे की :-
29334 only one Adv - fully based in academic merit
Btc all recruitments - fully based on academic merit
क्या कोई दूसरा विकल्प है कि बना भारांक को दिए ये भर्तियां चरम पर पहुँच जाएं ?
एक बात और देखने वाली ये होगी कि जब विज्ञापन निकले ये सभी तो उसमे भी चयन का आधार साफ़ उल्लेखित था और ये सभी जानते हैं कि वो चयन केआधार का दोष भी माननीय उच्चत्तम न्यायालय से दूर हुए बिना कुछ नहीं होगा परंतु अगर माननीय उच्च न्यायालय यहाँ फैसला देता है तो इतने प्रश्न के उत्तर कहाँ से आएँगे ?
क्या समस्त विज्ञापन निरस्त होकर भर्तियां ख़त्म हो जाएंगी ?
क्या न्यायमूर्ति बिना विज्ञापन के विकल्प के निकले हुए विज्ञापन पर चयन का आधार पलट देंगे कि आपके विज्ञापन में ये दोष था इसको दूर करके भारांक लगाइये चूंकि कोर्ट भारांक नहीं बता सकती है कि कितना देना है ?
क्या फुल बेंच के आदेश में ये उल्लेखित है कि टेट मेरिट इस बेस्ट ?
क्या प्रतिवादी के अधिवक्ता ये दलील नहीं रखेंगे कि हमने विज्ञापन के शर्तों पर अप्लाई किया था तो हमारा अधिकार जनरेट हुआ है और हम नौकरी कर रहे हैं (हालाँकि ये दलील दकियानूसी है ) ?
क्या बीटीसी वाले ये बात नहीं रखेंगे कि विज्ञापन के पदों के सापेक्ष हमारी संख्या कम थी तो हमें माफ़ करें ?
सबसे महत्वपूर्ण क्या खरे साहब की इस दलील से कोर्ट कंविंस हो जाएगी कि जब माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ अपना आदेश दे चूका था और अपैक्स कोर्ट से स्टे रिजेक्टेड था तो उस समय 12 कोर्ट के अनुसार प्रभावी था , फिर ये चयन कैसे हुए क्योंकि अपने आदेश में खंडपीठ के द्वारा सरकार द्वारा लाए गए समस्त संशोधनों को खारिज कर दिया था ?
समस्त ऐड निरस्त हो जाएंगे बस उन्हें छोड़कर जिनमे चयन विज्ञापन में दर्शाये गए पदों से निम्न हैं लेकिन उन्हें भी ( शकुल भाई को 😜) कोर्ट जाना होगा चूंकि मामला दिल्ली पहुँचाना तय है तो दीपक सर कुछ भी कर सकते हैं , उनकी सोच वो रहती है हर बार कि आप कोर्ट के विषय में दो हजार सोच का आंकलन रखिये वे अपनी दो हजार एक्वी सोच को दर्शाकर आदेश पारित करते हैं |
टेट मेरिट बने माननीय उच्च न्यायालय से ये कहना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि खरे साहब की एल दलील नए सीजे पर क्या प्रभाव डालेगी वे देखने लायक होगी |
देखते हैं क्या होता है इस एपिसोड में भी वैसे सुधीर अग्रवाल जी मुहर लगा ही गए थे ?
- 17 नवंबर आदेश : अब देखना है राज्य सरकार 7/12/15 (12091)(1100)और 24 फ़रवरी के अंतरिम आदेश पर क्या एक्शन लेती है
- 21 नवम्बर 2016 का शिक्षा मित्रों पर हुई सुनवाई का आदेश : Himanshu Rana
- 17 नवंबर 2016 का सुप्रीम कोर्ट का आर्डर , उसके प्रमुख बिन्दु : पूर्णेश शुक्ल(महाकाल)
- 17 नवंबर 2016 का सुप्रीम कोर्ट का आर्डर...!!! ( हिंदी में )
- 17 नवम्बर 2016 को हुई सुनवाई के आदेश की प्रमुख बातें......
- बिग न्यूज़ : याची को नियुक्त करे सरकार, आंदोलन के लिए तुरंत तैयारी के साथ डेट घोषित करे,आर्डर आ गया नियुक्त दे या मार दे
- 17 नवम्बर की सुनवाई का आदेश , टेट की वैधता बढ़ी ,ये बड़ी जीत का आगाज है टेट याचीवो के लिये: आलोक शुक्ला
- सुप्रीमकोर्ट का 17 नवंबर का आदेश , याचियों की अंतरिम राहत को बकरार रखते हुए उसके अनुपालन को कहा गया
- गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस का अवकाश 04 दिसम्बर को
- शिक्षक भर्ती और समायोजन केस के कोर्ट आर्डर: कभी ख़ुशी कभी गम की स्थिति
- 24-11-2016 को समस्त परिषदीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय खुले रहेंगे
- कहानी टीईटी मेरिट व टीईटी वेटेज की (अवश्य पढ़ें): अकादमिक मेरिट से हुई समस्त भर्तियाँ घेरे में
- हाईकोर्ट में आज हुई जूनियर शिक्षक भर्ती व अन्य शिक्षक भर्तियों पर हुई बहस का सार: बाकी शेष सुनवाई कल भी रहेगी जारी
- इस ब्लॉग की बात सही होती दिखी : हाईकोर्ट में 72825 और 29334 शिक्षक भर्ती दोनों ही बकरार रहने के आसार , 29334 शिक्षक भर्ती भी ब्लॉग के अनुसार मजबूत दिखी
- जूनियर भर्ती व शिक्षक भर्ती हाईकोर्ट अपडेट: 15वें व 12 वें संसोधन पर बहस
- कल पुनः 2 बजे से मामला फाइनल के पास पहुच चूका है
- केस अपडेट : जूनियर भर्ती में आज भी सुनवाई जारी - 4 बजे तक चलेगी
- हिमांशु राणा - शिक्षा मित्रों की अवैध ट्रेनिंग पर 21 नवम्बर को सुनवाई हुई और अगली सुनवाई 7 दिसंबर को
- Think about this : क्या कोई दूसरा विकल्प है कि बना भारांक को दिए ये भर्तियां चरम पर पहुँच जाएं ? : Himanshu Rana
- आज जूनियर की हियरिंग का अहम मोड़ , टेट विजयी होके निकलेगा ,बाकी सब ईश्वर के हाथ मे
- कल पुनः दमदार बहस के लिये तैयारी , आशा हैं कल बेरोजगारों के लिये कोर्ट से बेहतर आदेश आ जायें...
- HC में केस का कोई बहुत विषेस महत्व नही , जो होगा SC से होगा : आलोक शुक्ल
- जूनियर भर्ती कोर्ट अपडेट : गणित / विज्ञान सीधी भर्ती (29334 ) को सुरक्षित करने वाले कुछ प्वाइंट्स
- इलाहाबाद हाई कोर्ट से , जूनियर भर्ती अपडेट : आलोक शुक्ल
- जूनियर भर्ती महा संग्राम आज फिर सुनवाई,पक्ष प्रतिपक्ष लोगों के विचार, एवम कोर्ट अपडेट
- जूनियर भर्ती पर आज 2 बजे से फिर सुनवाई , टेट वेटेज बना विवाद का विषय
- शिक्षक भर्ती में टीईटी वेटेज पर सुनवाई जारी
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines