अब अपना केस 26 अप्रैल से 4347 के साथ इस प्रकार शुरू होगा : योगेंद्र यादव जूनियर टेट मोर्चा

आप सब विदित है कि हमने आज से 2 माह पूर्व ही अपनी पोस्ट के माध्यम से स्पस्ट कर दिया था कि "हम अपना हक 6 माह के अंदर ही हाशिल कर लेंगे"
आज माननीय गोयल साहब व् यू यू ललित साहब ने 26 अप्रैल से लगातार सुनवाई करने की बात कह कर उपरोक्त कथन पर मोहर लगा दी।
आज अपना केस 11:22 प्रात: से शुरू होकर लगभग 10 मिनंट चला सर्वप्रथम् सीनियर अधिवक्ता श्री राम जेठ मलानी साहब ने कहा कि मैटर काफी बड़ा है और हम इसके लिए तैयार नही है अतः मामले को अडजेर्न किया जाय, तत्पश्चात एक साथ काफी वकीलों ने बोलना शुरू कर दिया इसी बीच एक वकील साहब ने बोला की मामले को पुनः दीपक मिश्रा जी की बेंच में भेज दिया जाय तब गोयल साहब ने स्पस्ट रूप से मना करते हुए कहा कि आप सब मैंटर शार्ट आउट करिये की किसको किसके साथ सुना जाना है साथ ही अवगत करवाये की लीडिंग केस क्या है फिर इससे कौन कौन इश्सू इसके साथ सुने जाने है अर्थात अब अपना केस 26 अप्रैल से 4347 के साथ इस प्रकार शुरू होगा-
१- 12वां (टेट मेरिट) संसोधन सही है या 15वां ( अकादमिक) संसोधन, आप सब विदित है ही की हाई कोर्ट फुल बेंच आर्डर का झुकाव 12 वां की तरफ रहा है तभी 72825 भर्ती अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकी, और वही 15 वां संसोधन हाई कोर्ट से रद्द करार दिया जा चुका है।
२- हाई कोर्ट से 15वां संसोधन रद्द होते ही समाजवादी सरकार ने एक नया संसोधन तैयार किया जिसका नाम दिया 16 वां संसोधन, यह 16 वां संसोधन सिर्फ नाम मात्र का 16वां है लेकिन इसकी आत्मा 15वां संसोधन जैसी ही है। इसी 16 वें संसोधन से शुरू होकर समाजवादी सरकार ने अकादमिक आधार पर
-29334 जूनियर गणित / विज्ञान
-15000 बीटीसी
-16000 बीटीसी
-10000बीटीसी
व् उर्दू भर्तियों सहित लगभग 1 लाख लोगो को बिना किसी आधार व् बिना किसी उच्चतम न्यायलय के डायरेक्शन से नियुक्त कर दिया। इस 16वें संसोधन को हमने 29334 भर्ती के सन्दर्भ में सिंगल बेंच चैलेंज किया और सिंगल बेंच ने 16 संसोधन को 15 की आत्मा बताते हुए रद्द कर दिया फिर हारा हुआ अकादमिक पक्ष डबल बेंच में हमारे इस आर्डर के खिलाफ चैलेंज किया जिसे डबल बेंच हाई कोर्ट द्वारा 1 दिसंबर को ये कहते हुए कि 16वां संसोधन भी 15 वां की आत्मा है जो एन.सी.टी .ई की गाइडलाइन को फॉलो नही करता है शिवाय 12वे संसोधन के' रद्द कर दिया गया, साथ ही कहा गया कि ये मामला भी 4347 की तरह ही है अतः 4347 के निर्धारण तक इसकी यथा स्थित बरकरार रखी जाय।
3- तीसरा मुख्य मुद्दा शिक्षमित्र सुनवाई होगा। इस सुनवाई में निर्धारित होगा की बेशिक में कितने पद खाली होंगे तो खाली पदों पे किसको नियुक्त किया जाय? याची??
"कर्म का फल मीठा ही होता है"
शेष विस्तार बाद में........
धन्यबाद
आपका
योगेंद्र यादव
जूनियर टेट मोर्चा उत्तर
9918835773
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