शिक्षामित्र समायोजन सुप्रीम कोर्ट सुनवाई की आज कहानी,जितेंद्र शाही की जबानी

मित्रों आज पूर्व निर्धारित समय 4:10 PM  पर माननीय सुप्रीम कोर्ट मे कोर्ट नंबर 5 में आइटम नंबर 1 पर जस्टिस श्री यूयू ललित जी व जस्टिस श्री आदर्श कुमार गोयल जी की बेंच में अपने केस की सुनवाई शुरू हुई। जिसमें कई वकीलों ने अपना पक्ष रखा।
जिनको माननीय बेंच ने यह कह कर चुप कर दिया कि बार-बार पुरानी बातें ना दोहराये जाएं तो ठीक रहेगा, और यदि किसी के पास कुछ नया हो तो आर्ग्यू करें।
इस पर आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बहुचर्चित वरिष्ठ अधिवक्ता व सर्विस मैटर के जानकार श्री पी एन मिश्रा जी* ने अपना पक्ष रखना प्रारंभ किया। उन्होंने सबसे *पहले माननीय कोर्ट के सामने उमा देवी केस, जिसके आधार पर माननीय हाईकोर्ट में हमारा समायोजन रद्द किया गया था, उसका एनकाउंटर किया।* और तथ्यों सहित बेंच को बताया कि *उमा देवी केस का शिक्षामित्र समायोजन से कोई भी कनेक्शन नहीं है।*जिस बिंदु को माननीय बेंच ने बड़ी उत्सुक्ता के साथ नोट किया। और कोर्ट ने हैरत जताते हुए कहा कि आपका आर्ग्यू तो सबसे अलग है। जिस पर पीएन मिश्रा जी ने कहा कि हमने जो सही बात है वही कही है।
इसके बाद श्री पी एन मिश्रा जी ने समायोजन को वैध कराने वाले कई बिंदु माननीय कोर्ट के सामने रखें। और लगभग 35 से 40 मिनट तक बहस करते रहे।
वहीं आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व कानून मंत्री श्री सलमान खुर्शीद जी ने भी जोरदार बहस करते हुए लगभग 20 मिनट अपना पक्ष रखा। और कोर्ट को बताया कि शिक्षामित्रों के समायोजन से किसी भी B.Ed या टीईटी अभ्यर्थी का अहित नहीं हुआ है। यह लोग केवल कोर्ट को गुमराह करने के लिए रिट याचिका दाखिल किए हैं। जबकि राज्य सरकार द्वारा बीएड, बीटीसी व टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती लगातार की जा रही है। और आज भी गतिमान है। *इस संबंध में श्री सलमान खुर्शीद जी ने कोर्ट के सामने समय-समय पर जारी भर्ती विज्ञापन और शासनादेश रखे, जिसे देखकर कोर्ट संतुष्ट हुई और कहा कि फिर इस रिट का क्या औचित्य?*
मित्रों आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन जिस दिन का इंतजार कर रहा था, वह आज आ गया। और संगठन ने आपसे पहले ही वादा किया था कि जब आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के वकील अपना पक्ष रखेंगे तो केस का रूख़ अपनी ओर मोड़ने में सक्षम होंगे। और आज आप सभी ने देखा कि ऐसा ही हुआ भी कि अंतिम समय में आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन हम सबके भविष्य को बचाने में सफलता की ओर बढ़ गया है।
आज आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के वकीलों के अलावा कुछ अन्य वकीलों ने भी पक्ष रखा। *जिसके बाद माननीय कोर्ट ने ऑर्डर को रिजर्व कर लिया* और कहा कि जिसे भी अभी कुछ और बात कहना हो तो वह लिखित सबमिशन दाखिल कर सकता है। और इसके लिए उन्होंने सप्ताह भर का समय दिया है। मित्रों हम आप सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम लोगों का समायोजन बहाल होगा। *हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है कि हमें माननीय सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिलेगा, और हमारी नौकरी और हमारा भविष्य सुरक्षित होगा।*
मित्रों हमारे संगठन ने हमेशा समायोजित शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों के हित में काम किया है और माननीय कोर्ट में ऐसे वकीलों का प्रबंध किया गया था जो कोर्ट को सही दिशा दिखा सकें और समायोजन को बहाल करा सकें।
मित्रों आप यह भी जानते हैं कि हमेशा कुछ तथाकथित लोग आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन पर आरोप-प्रत्यारोप करते रहते हैं और आज भी वह दौर समाप्त नहीं हुआ है। और आज भी आरोप लगा रहे हैं जो निंदनीय है। जबकि आम समायोजित शिक्षक आज यह अच्छी तरह से जान गया है कि केवल आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ही नीतिगत पैरवी कर सकता है।
*साथ ही समायोजन से बंचित शिक्षा मित्र साथी परेशान न हों, उनके लिए भी संगठन की ओर से लिखित सबमिशन जमा करा दिया गया है, और उनके लिए लगभग 10 मिनट श्री पी एन मिश्रा जी ने बात रखी।*
आप सभी से निवेदन है कि कोर्ट आर्डर आने तक संयम बनाए रखें। और धैर्य से काम लें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। इस बीच बहुत सारे लोग भ्रम फैलाने का काम करेंगे और हमारे साथियों को बहकाने का काम करेंगे। उनसे आप लोग सावधान रहें।

इसी के साथ.......

जय शिक्षक.........
जय शिक्षा मित्र......

आपका,
जितेंद्र शाही,
विश्वनाथ सिंह कुशवाहा,

लेखक,
सय्यद जावेद मियाँ,
आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश।
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