इलाहाबाद : बीटीसी-2015 बैच का प्रशिक्षण समय से पूरा कराने की बात तो
दूर, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इसके तीसरे सेमेस्टर का शनिवार
को जो परिणाम घोषित किया है उस पर ही उठे हैं।
गंभीर आरोप हैं कि
अभ्यर्थियों को विभिन्न विषयों में पूर्णाक से अधिक अंक दे दिये गए जबकि
किसी-किसी को एक या दो अंक ही मिले हैं। वहीं 2015 बैच का प्रशिक्षण सितंबर
को पूरा होने और अब तक चौथे सेमेस्टर की परीक्षा भी न होने से आगामी
शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों को शामिल न हो पाने का डर सताने लगा है।
सहायक अध्यापक भर्ती में जितनी फजीहत हुई उससे प्रदेश सरकार को भी सियासी
हमलों का शिकार होना पड़ा। वहीं अब लंबे समय बाद बीटीसी-2015 के तीसरे
सेमेस्टर का शनिवार को परिणाम जारी हुआ तो अभ्यर्थी बिफर पड़े हैं। परिणाम
में गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए रविवार को परीक्षा नियामक प्राधिकारी
कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। बीटीसी संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चा के बैनर
तले पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि नंबर देने में मनमानी हुई है या फिर यह
गंभीर लापरवाही है। किसी को पूर्णाक से अधिक नंबर दे दिए गए। किसी को एक या
दो अंक ही मिले हैं। आंदोलन की दूसरी वजह चौथे सेमेस्टर की परीक्षा की
तारीख अब तक घोषित न होने को लेकर रही। कहा कि सितंबर के आखिरी सप्ताह में
परीक्षा हर हाल में कराई जाए। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से
चौथे सेमेस्टर पर कोई लिखित आश्वासन न मिलने से अभ्यर्थियों ने जाहिर किया।
कहा कि आगामी शिक्षक भर्ती से वंचित हो जाने की स्थिति आने पर जिम्मेदारी
कौन लेगा यह बताने वाला कोई नहीं है।
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