68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में फेल अभ्यर्थी भी बनेंगे सरकारी टीचर, आई बड़ी खुशखबरी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में फेल हुए अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। दरअसल शिक्षक भर्ती में नंबरों की जो हेराफेरी हुई, उसके चलते फेल हुए अभ्यर्थियों को शासन से राहत मिलने के संकेत मिल रहे हैं। आपको बता दें कि शासन की उच्च स्तरीय जांच टीम के सामने यह साबित हो चुका है कि अभ्यर्थियों के नंबर दर्ज करने में बड़ी गड़बड़ी हुई है।

फेल अभ्यर्थियों को नौकरी देने की तैयारी
जानकारी के मुताबिक जो अभ्यर्थी इस शिक्षक भर्ती में गलत नंबर चढ़ने के चलते नौकरी पाने से वंचित रह गए हैं, उनका अब चयनित होना लगभग तय है। सूत्रों की अगर मानें तो जांच समिति इस संबंध में शासन को सुझाव भी देने वाली है। हालांकि अभी इस बात पर सहमति नहीं बन पाई है कि इसके लिए संशोधित रिजल्ट जारी होगा या फिर पूरा रिजल्ट नए सिरे से घोषित किया जाएगा।

जांच में मिली गड़बड़ी
आपको बता दें कि 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में जो गड़बड़ी के आरोप लगे थे, जांच में वह सभी सही पाए गए हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि अभ्यर्थियों के नंबर दर्ज करने में बड़ी गड़बड़ी हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि जो अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती परीक्षा में अच्छे नंबर लेकर आए हैं, लेकिन रिजल्ट में गड़बड़ी के चलते फेल हो गए, इसमें उनका कोई दोष नहीं है। शासन अब ऐसे सभी अभ्यर्थियों का चयन करने की तैयारी कर रहा है। 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच कर रही टीम शासन को ऐसे अभ्यर्थियों की सूची भी सौंपने जा रही है।

दोबारा कॉपी चेक करने की तैयारी

इसके साथ ही आपको बता दें कि 68500 शिक्षक भर्ती का रिजल्ट तैयार करने वाली एजेंसी का भी ब्लैक लिस्ट होना तय है। इसके साथ ही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के कुछ कर्मचारी और कॉपी जांचने में लगे शिक्षकों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। वहीं शिक्षक भर्ती परीक्षा की जांच कर रही टीम दोबारा इलाहाबाद जाएगी और आगे की जांच करेगी। टीम परीक्षा की सभी 1,07873 कॉपियों को दोबारा चेक कराने की तैयारी में है, जिससे इस परीक्षा पर आगे कोई भी सवाल न खड़ा हो।