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नए कटऑफ के बाद शिक्षामित्रों को भारांक देने का आदेश निरर्थक : शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा

प्राथमिक विद्यालय में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र आउट होने के विरोध में बुधवार को परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक कार्यालय पर प्रदर्शन के साथ कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च परीक्षा नियामक कार्यालय से शुरू होकर छात्रसंघ भवन, आजाद पार्क एवं सिविल लाइंस हनुमान मंदिर होते हुए सुभाष चौराहे पर सम्पन्न हुआ। कैंडल मार्च में भारी संख्या में परीक्षार्थियों की उपस्थिति रही। परीक्षार्थियों का आरोप है कि छह जनवरी को परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर वायरल हो गए थे।
परीक्षार्थियों के बार-बार चेतावनी देने के बाद भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी एवं प्रदेश सरकार ध्यान नहीं दे रहे हैं। पर्चा आउट होने के चलते हजारों की संख्या में परीक्षार्थियों को भविष्य दांव पर लगा है। परीक्षार्थियों का कहना है कि सरकार कटऑफ जारी करके प्रतियोगियों को आपस में लड़ाना बंद करे और परीक्षा निरस्त करके दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे। परीक्षार्थियों का कहना है कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखने की कोशिश करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में सुनील मौर्य, मनोज यादव, अनिल सिंह, निरंजन देव, अलाउद्दीन, सुनील यादव, शैलेश पासवान सहित बड़ी संख्या में छात्र कैंडल मार्च में शामिल रहे।

शिक्षामित्र शिक्षक कल्याण समिति के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बाद अब 97 और 90 अंक का कटऑफ तय करने को गलत बताया है। उनका कहना है कि नए कटऑफ के बाद शिक्षामित्रों को भारांक देने का आदेश निरर्थक हो जाएगा। उन्होंने सरकार की मनमानी के खिलाऊ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने बात कही। बैठक में अमित कुमार, रेखा देवी, रमेश कुमार, प्रभावती सहित बड़ी संख्या में शिक्षामित्र शामिल रहे।

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