सिद्धार्थनगर : उच्चतम न्यायालय द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द
किए जाने से लेकर अब तक अवसाद के कारण 425 साथियों ने मौत को गले लगा लिया।
उनके परिजनों को सरकार द्वारा कम से कम 20-20 लाख रुपये का मुआवजा व
परिवार में किसी एक को सरकारी नौकरी दिया जाना चाहिए।
उक्त बातें उत्तर प्रदेश शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत यादव
ने कही। वह रविवार को तहसील परिसर में शिक्षामित्रों की बैठक को संबोधित कर
रहे थे। इससे पहले मृत शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का
मौन रख उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। परिसर में
स्थिति गांधी प्रतिमा से कैंडल मार्च निकाला गया। सिद्धार्थ चौक पर इसका
समापन हुआ। सपा नेता चंद्रजीत यादव, अब्दुल कलाम सिद्दीकी, अशोक मिश्रा,
मोहम्मद यूनुस, रोशन लाल, बंटी ¨सह, प्रदीप उपाध्याय, बागेश्वरी मिश्रा,
घनश्याम यादव, नंदलाल, अमित ¨सह, मनोज शर्मा आदि लोगों ने भी संबोधित किया।
संचालन जय प्रकाश विश्वकर्मा ने किया। हरिश्चंद्र, विजय पांडेय, नंदलाल,
राम निवास, अविनाश पांडेय, एजाज अहमद, महेंद्र शर्मा, कृष्ण गोपाल
श्रीवास्तव, सतीश चंद्र, राजेश पांडेय, जितेंद्र यादव, शंभू प्रसाद,
बालमुकुंद, मुरलीधर, मनीराम, राजेश कुमार, आलोक मिश्रा, शशि यादव, गणेश,
शिवकुमार, राकेश गुप्ता, गौरी, धर्मेंद्र मौर्या, अखिलेश तिवारी, श्रीकांत,
रामनारायण, धर्मेंद्र तिवारी, गोरख प्रसाद, अवधेश चौबे, प्रवीणा गुप्ता
सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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