शामली में भैंसवाल रोड स्थित प्राथमिक स्कूल दो वर्ष से बंद है। इसके
बावजूद प्रधानाध्यापक स्कूल पहुंचकर थोडे़ समय खोल और हाजिरी लगाकर निकल
जाता है। यह हालात तब है जब नगर के 11 प्राथमिक स्कूल एक-एक शिक्षामित्र के
सहारे चल रहे है। विभाग का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
भैंसवाल रोड स्थित प्राथमिक स्कूल नंबर 16 दो वर्ष से खस्ता हालत के चलते
बंद है। स्कूल में दो कमरे है, जो पूरी तरह खुले हुए है। हमेशा हादसा होने
का डर रहता है। दो वर्ष पूर्व यहां 50 बच्चे पंजीकृत थे। वह सभी
प्रधानाध्यापक की लापरवाही और शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल की मरम्मत न
करने के कारण अन्य स्कूलों में चले गए। इसके बावजूद यहां प्रधानाध्यापक
अरशद तैनात किए गए है। वह स्कूल में सुबह थोड़ी देर के लिए आकर बैठते है और
रजिस्टर में हाजिरी दर्ज कर अपने घर को निकल जाते है।
उन्हें अभी तक भी अन्य स्कूल में तैनात नहीं किया गया है। शिक्षक बिना
पढ़ाए ही हाजिरी दर्ज कर मोटा वेतन पा रहे है। यह हालात तब है जब शहर के 11
प्राथमिक स्कूल एक-एक शिक्षामित्र के भरोसे चल रहे है। इनमें कई स्कूलों
में शिक्षक मानक के हिसाब से कई गुणा बच्चे पंजीकृत है। इससे बच्चों का
शिक्षणकार्य बाधित चल रहा है। उक्त शिक्षक की पहले भी कई बार शिकायत की जा
चुकी है। उधर, इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर से बताया कि
शिक्षक अरशद को एक माह से शहर के मोहल्ला गुलशन नगर स्थित प्राथमिक
विद्यालय नंबर 15 में तैनात कर दिया गया था। यदि वह अब भी प्राथमिक स्कूल
नंबर 16 में ड्यूटी दे रहे है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
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