शिक्षक भर्ती काउंसलिंग में उमड़ी भीड़, शिक्षामित्र भी शामिल

डेढ़ साल पहले शुरू हुई बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के आवेदकों में अब शिक्षक बनने की उम्मीद जागी है। सोमवार को बीएसए कार्यालय में हुई इए भर्ती प्रक्रिया की काउंसलिंग में अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ी। काउंसलिंग के लिए अभ्यर्थी दोपहर की तेज धूप में भी घंटों कतार में खड़े रहे।
इस काउंसलिंग में शिक्षामित्रों को शामिल करने को लेकर शासनादेश में स्थिति स्पष्ट नहीं होने से पहले उन्हें रोका गया। देरशाम शासन से उन्हें शमिल करने की इजाजत मिल गई। इससे 30 शिक्षिामित्रों को काउंसलिंग में शामिल कर लिया गया। बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक के 12,460 पदों के लिए दिसंबर 2016 में आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई थी।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत जिले में 189 पदों पर भर्ती होनी थी। इन पदों के लिए तब 700 अभ्यर्थियों के आवेदन मिले थे। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद 18 से 21 मार्च 2017 तक इसकी काउंसलिंग कराई गई थी। काउंसलिंग में तब भी अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ी थी। रिक्त पदों के सापेक्ष 455 अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेख जमा कराए थे। इसके बाद यह भर्ती प्रक्रिया कानूनी फेर में फस गई और इसको स्थगित कर दिया गया। 23 मार्च 2017 को इस पर रोक लगा दी गई। तब से इस भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थी इसके शुरू होने की उम्मीद लगाए थे। अब शासन ने इस भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने का आदेश जारी किया है। आदेश आने के बाद सोमवार को इसकी काउंसलिंग हुई। काउंसलिंग के लिए सुबह से ही अभ्यर्थी बीएसए कार्यालय पहुंचने लगे।
कार्यलय खुलने तक यहां अभ्यर्थियों का भीड़ उमड़ गई। भीड़ को देखते हुए बीएसए कार्यालय में पुलिस को भी बुला लिया गया। काउंसलिंग डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में होनी थी। डीआईओएस के पास ही इस पदा का प्रभार है। वह सोमवार को यातायात जागरूकता गोष्ठी में मौजूद होने पर काउंसलिंग में कुछ देरी से पहुंचे। इससे काउंसलिंग में देरी हुई तो अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ने लगी। कार्यालय में सीओ सिटी की मौजूदगी में पुलिस फोर्स तैनात होने से वह विरोध जताने की हिम्मत नहीं कर सके। उनके पहुंचने पर काउंसलिंग शुरू हो गई।
काउंसलिंग में तैयार हुई अभ्यर्थियों उपस्थिति सूची
काउंसलिंग में उमड़े अभ्यर्थियों के अभिलेख चेक करना यहां ड्यूटी पर लगे कर्मचारियों के लिए मुसीबत बना। पहले काउंसलिंग करा चुके कई अभ्यर्थी अपने अभिलेख वापस ले चुके थे। इससे काउंसलिंग में उमड़े अथ्यर्थियों में से जो अभिलेख ले जा चुके थे उनसे इसकी रसीद जमा कराई गई। जिन अभ्यर्थियों के अभिलेख पहले से जमा थे उनके भी चेक किए गए। इसके बाद सभी अभ्यर्थियों की आईडी चेक कर ही उनके हस्ताक्षर कराए गए। प्रभारी डायट प्राचार्य ने बताया कि अभ्यर्थियों की उपस्थिति सूची सचिव बेसिक शिक्षा को भेजी जाएगी।
सचिव के आदेश में शिक्षामित्रों का जिक्र नहीं
इस भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आए सचिव बेसिक शिक्षा के आदेश में किन अभ्यर्थियों को शामिल करना है इसका स्पष्ट उल्लेख था। इसमें शिक्षामित्रों को शामिल करने को काई जिक्र नहीं था। इससे शिक्षामित्रों को इसमें शामिल नहीं किया गया। अर्हता रखने वाले कई शिक्षामित्र काउंसलिंग को लेकर प्रभारी डायट प्राचार्य से मिले। उन्होंने शिक्षामित्रों को सचिव के आदेश का हवाला देते हुए इंतजार करने की सलाह दी। उन्होंने एक शिक्षामित्र को सचिव के आदेश में काउंसलिंग को लेकर जिस निर्धारित अर्हता का उल्लेख किया गया था उसे पढ़ाया भी। इसके बाद शिक्षामित्र उनकी मजबूरी को समझ गए और उन्होंने इंतजार में ही अपनी भलाई समझी। इस बारे में प्रभारी डायट प्राचार्य रोजश कुमार वर्मा ने बताया कि पहले उन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई जाएगी जो इसके आवेदक हैं। इसके बाद इस संबंध में सचिव को जानकारी दी जाएगी और उनसे मार्गदर्शन लिया जाएगा। उनके दिशा निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई होगी। काउंसलिंग पूरी होने के बाद डीआईओएस ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को स्थिति से अवगत कराया और शिक्षामित्रों को लेकर दिशा-निर्देश मांगे। उनसे हरी झंडी मिलने पर काउंसलिंग में 30 शिक्षामित्रों को शामिल कर लिया गया।
काउंसलिंग में इनकी रही मौजूदगी
काउंसलिंग में प्रभारी डायट प्राचार्य राकेश कुमार वर्मा, बीएसए के गैरमौजूदगी में उनके प्रतिनिधि खंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी नारायण, जीजीआईसी प्रिंसिपल की गैरमौजूदगी में उनकी प्रतिनिधि कालेज की शिक्षिका कामिनी राना और डीएम की आरे से नामित सदस्य उपाधि कालेज के हिन्दी प्रोफेसर डा. प्रणव शास्त्री शामिल रहे।
ओबीसी में सबसे अधिक अभ्यर्थी तो एसटी में पदों से कम
सरकारी नौकरी में अब आरक्षण अभ्यर्थियों के लिए उलझाऊ हो गया। 12,460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जिले की 189 पदों के लिए तैयार हुई अभ्यर्थियों की लिस्ट से यह साफ हो रहा है। रिक्त पदों में से सामान्य की 95 सीटों के लिए जहां 107 अभ्यर्थी हैं वही ओबीसी के 51 पदों के लिए 267 अभ्यर्थियों की कतार है। एससी के 39 पदों के लिए भी 79 अभ्यर्थी मैदान में है। इसके इतर एसटी कोटे की रिक्त चार पदों के लिए मात्र दावेदार सामने हैं।