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एमडीएम डाटा खोलेगा बैकडेट में हुई शिक्षकों की भर्ती

नवनीत शर्मा, मथुरा: अपराधी कितना ही शातिर क्यों न हो वह अपराध के निशान छोड़ ही जाता है। 29 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले में बैकडेट में पदभार ग्रहण करने वालों ने भी सोचा नहीं होगा कि मिड-डे-मील की ऑनलाइन हाजिरी का डाटा इस फर्जीवाड़ा को खोल सकता है।

मिड डे मिल को लेकर रोज ऑनलाइन हाजिरी ली जाती है। ऐसे में बैकडेट में नियुक्ति दिखाने वाले आसानी से पकड़े जा सकते हैं। पुलिस और एसटीएफ इस दिशा में जांच बढ़ाती है तो बहुत कुछ साफ हो जाएगा। इसी आशंका में रैकेट अब इस डाटा को नष्ट कराने के लिए हाथ-पैर मार रहा है।

29 हजार विज्ञान, गणित शिक्षक भर्ती घोटाले में करीब 108 शिक्षक कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाकर बैकडेट में पदभार ग्रहण करने में सामने आए हैं। भर्ती से जुड़ा रैकेट पदभार ग्रहण कराने वाले सुबूतों को नष्टकर जांच को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास कर रहा है। दो सुबूत रैकेट के गले की फांस बनकर रह गए हैं। प्रत्येक माह की 22 तारीख को वरिष्ठ लेखाधिकारी के यहां वेतन प्रपत्र जाता है, इसमें प्रत्येक विद्यालय के शिक्षकों की संख्या रहती है। इसके अलावा लखनऊ से मिड डे मिल का प्रत्येक विद्यालय से ऑनलाइन डाटा लिया जाता है। इसमें प्रधानाध्यापक विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्रा और शिक्षकों की संख्या अंकित करता है। मिड डे मील के ऑनलाइन डाटा में हस्तक्षेप करना संभव नहीं हैं। रैकेट का प्रयास है कि किसी तरह यह डाटा नष्ट हो जाए। यदि जांच में इस डाटा को सुबूत बनाया गया तो बचना मुश्किल हो जाएगा। कुछ प्रधानाध्यापक भी शिक्षकों को बैकडेट में पदभार ग्रहण करने की बात स्वीकार कर चुके हैं।
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इस तथ्य पर भी पुलिस ध्यान देगी। मिड-डे-मील की उपस्थिति को भी देखा जाएगा और इस पर्दाफाश के लिए जो भी जरूरी होगा उस दिशा में जांच की जाएगी।

- राकेश, सीओ सदर, जांच अधिकारी
कूटरचित दस्तावेजों की कराई फाइ¨लग
जासं, मथुरा: बीएसए कार्यालय में राजदार कमरे में रखे कूटरचित दस्तावेजों की फाइ¨लग बुधवार को कराई गई। माना जा रहा है कि जो दस्तावेज अभी इस कमरे में रह गए हैं, वह शिक्षक भर्ती घोटाले के पर्दाफाश में सुबूत बन सकते हैं।

घोटाले के मास्टर माइंड कार्यालय के पटल बाबू महेश शर्मा के कमरे में कूटरचित दस्तावेज रखे होने की संभावना जताई गई थी। तब कमरे को सील करा दिया गया था। सोमवार को यह कमरा खोला गया और पुलिस ने महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में ले लिया थे। एसटीएफ की ओर से भी दस्तावेजों को खंगाला गया था। इसके बाद भी इस कमरे में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज रह गए थे, जो जांच में सहायक बन सकते हैं। बीएसए चंद्रशेखर ने इस कमरे की सुरक्षा को गंभीरता से लिया है। पहरा लगाए रखा। बुधवार को विभागीय कर्मचारियों की ओर से इस कमरे में रखे दस्तावेजों की फाइ¨लग का कार्य कराया गया है। देरशाम तक यह कार्य चलता रहा।

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