आयोग के लिए अब पीसीएस परीक्षा चुनौती

इलाहाबाद। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के आयोजन के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के अफसरों ने राहत की सांस ली है लेकिन अगली चुनौती भी सामने खड़ी है। 19 अगस्त को पीसीएस-2018 की प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित है। केंद्रों के आवंटन से लेकर पेपर छपवाने तक आयोग को महज 12 दिनों का समय मिलेगा। ऐसे में परीक्षा का समय से आयोजन मुश्किल नजर आ रहा है।

पीसीएस परीक्षा के लिए छह अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन होने है और 19 अगस्त को प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित है। ऐसे में आयोग को पूरी तैयारी सात से 18 अगस्त के बीच करनी होगी। छह अगस्त को आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अभ्यर्थियों की संख्या स्पष्ट होगी और इसी आधार पर केंद्र आवंटित होंगे, पेपर छपवाए जाएंगे और अन्य तैयारियां की जाएंगी। इन तैयारियों के आयोग के पास 12 दिन का वक्त होगा और इस अवधि में परीक्षा करा पाना आयोग के लिए काफी मुश्किल होगा। जल्दबाजी में परीक्षा हुई तो गड़बड़ी की आशंका भी बनी रहेगी। पीसीएस-2017 की मुख्य परीक्षा इसका जीता-जागता उदाहरण है।
पीसीएस-2017 की मुख्य परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को महज 15 दिनों का वक्त मिला था। आयोग ने जल्दबाजी में परीक्षा कराई और मुख्य परीक्षा के दूसरे ही दिन पेपर गलत बंट गया। बवाल हुआ तो आयोग को सामान्य हिंदी और निबंध की परीक्षा स्थगित करनी पड़ी और पुनर्परीक्षा करानी पड़ी। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा भी दो बार टाले जाने के बाद आयोजित की जा सकी। इन परिस्थितियों को देखते हुए पीसीएस-2018 की प्रारंभिक परीक्षा के टलने के आसार भी नजर आ रही हैं। हालांकि आयोग के सचिव जगदीश का दावा है कि आयोग परीक्षा के आयोजन की तैयारी कर रहा है। पूरा प्रयास होगा कि परीक्षा का आयोजन प्रस्तावित तिथि पर कराया जा सके।
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तैयारी के लिए कम पड़ सकता है वक्त
- आयोग को इस बार पीसीएस परीक्षा के आयोजन के लिए अतिरिक्त तैयारी करनी होगी। पीसीएस के साथ एसीएफ/आरएफओ की प्रारंभिक परीक्षा भी होगी। दोनों परीक्षाओं के तहत 917 पदों के लिए भर्ती होनी है। ऐसे में आवेदकों की संख्या पहले के मुकाबले कहीं अधिक होगी, सो तैयारी के लिए आयोग को मिल रहा वक्त कम पड़ सकता है।