हरदोई : डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से सत्र
2004-05 में फर्जी बीएड की अंकतालिकाओं पर नौकरी हासिल करने वाले फर्जी
अध्यापकों की बर्खास्तगी से पहले एक और मौका दिया गया है। जांच में फर्जी
मिले 16 अध्यापकों को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस
जारी किया गया था।
परिषदीय विद्यालयों में अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में कई
फर्जीवाड़े सामने आए थे। जिसमें कई विश्वविद्यालय स्तर से फर्जी अंकतालिका
और प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करने वाले भी मिले। डा. भीमराव अंबेडकर
विश्वविद्यालय आगरा में बीएड के सत्र 2004-05 में फर्जी अंकतालिकाओं के
आधार पर पूरे प्रदेश में काफी संख्या में अध्यापकों की नियुक्त हो जाने का
मामला पकड़ में आया था। एसआइटी की जांच में पकड़ में आई गड़बड़ी की सूची
जिलों को भेजी गई थी। जिसमें हरदोई के 19 विकास खंडों में 16 अध्यापक पकड़
में आए थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन सभी को कारण बताओ नोटिस जारी
किया था और अब उन्हें द्वितीय नोटिस जारी किया गया है। प्रभारी बीएसए आरपी
त्रिपाठी ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों की जांच में फर्जी मिले
अध्यापकों में अभिषेक कुमार, राजवती, शैलेंद्र सिंह, ममता त्रिपाठी,
सत्येंद्र कुमार, आनंद कुमार शाक्य, अनिल कुमार, राधेश्याम, विजय कुमार,
रवि कुमार, भुवनेश कुमार, नमिता, अशोक कुमार, आशू व रामलखन शामिल रहे।
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