शिक्षकों पर लटकी तबादलों की तलवार , शिक्षामित्रों से भी भरवाए जा रहे विकल्प पत्र

बिजनौर। परिषदीय स्कूलों में अब एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में शिक्षकों के तबादले होंगे। स्कूलों में मानक से अधिक तैनात शिक्षक भी इधर से उधर होंगे। शासन ने पांच अगस्त तक शिक्षकों के तबादले करने के आदेश दिए हैं। आदेश आते ही शहरों के आसपास के स्कूलों में तैनात शिक्षकों में खलबली मची है।

अंतर जनपदीय तबादलों के बाद अब जिले में भी शिक्षकों के तबादले किए जाएंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। शहरों के आसपास के स्कूलों में शिक्षकों की भरमार है। जबकि दूर दराज के स्कूलों में शिक्षक कम बताए जाते हैं। काफी स्कूल ऐसे भी बताए जाते हैं जिनमें छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षक अधिक हैं। ऐसे शिक्षकों पर तबादले की तलवार लटक गई है।
उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान, गणित और भाषा का शिक्षक होना आवश्यक है। एक विद्यालय में एक विषय के एक से अधिक शिक्षक तैनात होने पर एक शिक्षक को दूसरे स्कूलों में भेजने के आदेश दिए गए हैं। शिक्षकों का तबादला करने के लिए विषयवार शिक्षकों की सूची तैयार करने को कहा गया है। प्रत्येक स्कूल में कितने पद सृजित हैं इसकी सूची भी तैयार की जाएगी। जिन विद्यालयों में उर्दू के एक से अधिक शिक्षक हैं उनमें एक शिक्षकों को हटा कर दूसरे स्कूल भेजा जाएगा। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में दो दो शिक्षक अनिवार्य रूप से होने की बात कही गई है। शिक्षकों के तबादले के आदेश से जिन स्कूलों में शिक्षक अधिक हैं उनमें खलबली मची है। दूसरी ओर, बीएसए ने शासन से आए आदेश की पुष्टि की है।

शिक्षामित्रों से भी भरवाए जा रहे विकल्प पत्र
बिजनौर। शासन ने शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालयों में भेजने के आदेश किए हैं। इससे घरों से दूर के विद्यालयों में तैनात शिक्षामित्रों को राहत मिलेगी। बीएसए महेश चंद्र ने जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से मूल स्कूलों में वापसी चाहने वाले शिक्षामित्रों से तीन दिन के भीतर विकल्प पत्र भरवा कर कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए हैं। काफी शिक्षामित्र ऐसे हैं जो अपने घरों से 50 से 80 किलोमीटर की दूरी पर तैनात हैं। पिछले एक साल से ये शिक्षा मित्र अपने मूल विद्यालयों में जाने की मांग कर रहे थे।

बालिकाओं को मिलेगा छात्रावास में प्रवेश
बिजनौर। जिला समाज कल्याण अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि रोडवेज बस स्टैंड के निकट स्थित अनुसूचित जाति का बालक छात्रावास को बालिका छात्रावास में परिवर्तित कर दिया गया है। इस बालिका छात्रावास में अब बालिकाओं के प्रवेश किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय पर स्थित डिग्री कॉलेज व इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं को छात्रावास में प्रवेश मिलेगा