मैनपुरी। उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में 15 महीने पहले फर्जी
दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले बर्खास्त 31 शिक्षकों की कभी भी
गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस ने इनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए
हैं।
वर्ष 2017 में तत्कालीन बीएसए रामकरन यादव को भनक
लगी कि जिले में कई शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे हैं।
उन्होंने वर्ष 2013, 2014 और 2015 में हुई शिक्षक भर्ती की जांच शुरू की तो
ऐसे 31 शिक्षक निकल आए, जिनके शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण-पत्र
फर्जी थे। बीएसए ने इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया और इनके खिलाफ एफआईआर
दर्ज करा दी।
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