कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी हो सकते हैं जिनका पांच साल का निवास उत्तर प्रदेश में न हो। आवेदन की समयसीमा मंगलवार की शाम 5 बजे खत्म हो गई। डाटा प्रोसेसिंग के बाद एनआईसी अभ्यर्थियों की लिस्ट 31 अगस्त तक बेसिक शिक्षा परिषद दे देगा। एक से तीन सितंबर तक जिलों में काउंसिलिंग होगी और पांच सितंबर शिक्षक दिवस के अवसर पर नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे।
कई अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा के फार्म में संशोधन की मांग की थी जिस पर सचिव संजय सिन्हा ने सभी बीएसए को निर्देशित किया है कि ऐसी त्रुटियां जिनसे अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया प्रभावित नहीं होती है, उनका समाधान जनपदीय समिति से करा लिया जाए। भर्ती के लिए 21 अगस्त से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई थी।
एक्सक्लूसिव: 68500 शिक्षक भर्ती में 62 फीसदीआरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी
आठ जिलों को मिलेंगे 13920 शिक्षकइस भर्ती के लिए शैक्षिक रूप से अति पिछड़े आठ जिलों में 13920 शिक्षकों की नियुक्ति होगी। बहराइच में 2720, फतेहपुर 2000, सिद्धार्थनगर 1840, सोनभद्र 1760, बलरामपुर 1600, चंदौली 1520, श्रावस्ती 1440 व चित्रकूट में 1040 पद हैं। इलाहाबाद व प्रतापगढ़ में 415-425 जबकि कौशाम्बी में 323 पद हैं।
पहली बार इतनी कठिन प्रक्रिया के बाद मिलेगी नौकरी
शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले 40669 अभ्यर्थियों की नौकरी पक्की है। यह पहली बार हो रहा है जबकि इतनी कठिन प्रक्रिया के बाद शिक्षकों का चयन किया जा रहा है। बीटीसी/डीएलएड या समकक्ष योग्यता के अलावा टीईटी/सीटीईटी और लिखित परीक्षा पास करने के बाद चयन हो रहा है। पूरे देश में प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के चयन में इतनी कठिन प्रक्रिया किसी राज्य में नहीं अपनाई जा रही।