तो इन 80 शिक्षकों की सेवाएं हो जाएंगी समाप्त

मैनपुरी में एसआईटी की संस्तुति पर बर्खास्तगी को दूसरा नोटिस पाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं ने छह दिन बाद भी कोई जवाब नहीं दिया है। विभाग उनकी बर्खास्तगी के लिए समिति के गठन की तैयारी में लग गया है। दो दिन के अंदर जवाब नहीं पहुंचता है तो समिति का गठन कर उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।
 
एसआईटी ने जनपद के 81 शिक्षकों के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से जारी अभिलेख टेंपर्ड और फर्जी पाए थे। 24 अगस्त को इन सभी शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्तगी के नोटिस जारी किए। सात दिन में नोटिस का जवाब देने की बात कही गई लेकिन छह दिन बाद भी एक भी शिक्षक ने दूसरे नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है। इसके बाद विभाग ने अब उनकी बर्खास्तगी के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। विभागीय निर्देशों के अनुसार एक समिति का गठन किया जाएगा। तीन सदस्यीय यह समिति बर्खास्तगी का अंतिम निर्णय लेगी।  मालूम हो कि एक शिक्षिका को कोर्ट के निर्णय के बाद राहत मिल गई है।

दूसरी तरफ फर्जी सूची में शामिल शिक्षक बीएसए कार्यालय में कुछ लिपिकों के पास पहुंचकर संपर्क कर रहे हैं। वे दूसरी नोटिस के जवाब में क्या लिखा जाए, इसकी जानकारी ले रहे हैं। शिक्षकों द्वारा विधिक राय भी ली जा रही है। कुछ शिक्षक कोर्ट जाने का भी विचार कर चुके हैं।
 
बर्खास्तगी की अंतिम कार्रवाई की जाएगी

संबंधित शिक्षकों के द्वितीय नोटिस के जवाब का इंतजार किया जा रहा है। निश्चित समय में यदि जवाब मिलता है तो उसकी जांच की जाएगी। कोई जवाब न मिलने पर समिति का गठन कर बर्खास्तगी की अंतिम कार्रवाई की जाएगी।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए