आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने पर लगी मुहर, अब इतना मिलेगा प्रतिमाह मानदेय: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी हरी झंडी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के लिए मानदेय बढ़ाने को हरी झंडी दे दी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय के रूप में 3000 रुपये प्रतिमाह मिलता है।
उन्हें 4500 रुपये मिलेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय को 1000 से बढ़ाकर 2000 रुपये प्रतिमाह किया गया है।
जिन मिनी आंगनबाड़ी केद्रों को 2200 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं उन्हें अब 3500 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। आंगनबाड़ी सहायकों का मानदेय भी 1500 रुपये से बढ़ाकर 2250 रुपये प्रतिमाह किया गया है। कामन एप्लिकेशन साफ्टवेयर (आइसीडीएस-सीएएस) का इस्तेमाल करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायक अतिरिक्त प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन के हकदार होंगे। उन्हें 250 से 500 रुपये के बीच मिलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बुधवार को यह फैसला लिया। प्रधानमंत्री ने 11 सितंबर को आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में वृद्धि करने की घोषणा की थी। देश भर के ग्रामीण इलाकों में करीब 14 लाख आंगनबाड़ी या बच्चों की देखरेख करने वाले केंद्र हैं। छह साल तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं सहित 10 करोड़ लाभार्थी हैं। कुल 12,83,707 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 10,50,564 सहायक हैं। देश भर में कुल 10,23,136 मान्यता प्राप्त आशा कार्यकर्ता हैं।

संशोधित खर्च अनुमान को मंजूरी : मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने देश भर की 198 बांधों की सुरक्षा सुधारने की परियोजना के संशोधित खर्च अनुमान को मंजूरी दे दी। अब संशोधित खर्च अनुमान 3466 करोड़ रुपये होगा। परियोजना पर कुल 2100 करोड़ रुपये खर्च में राज्य की हिस्सेदारी 1968 करोड़ रुपये और केंद्र की 132 करोड़ रुपये है।

बुदनी-इंदौर नई रेल लाइन को मंजूरी : मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने बुदनी को इंदौर से जोड़ने के लिए 205.5 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दे दी है। रेलवे ने एक बयान में कहा है कि इस परियोजना का लक्ष्य पिछड़े इलाके का विकास है।