शिक्षक भर्ती को लेकर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का बड़ा बयान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है और तीन चार-माह में विद्यालयों में उनकी नियुक्ति हो जायेगी। विधान परिषद में शुक्रवार को प्रश्न प्रहर के दौरान शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने बुलन्दशहर जिले के सहायक हाई स्कूल तथा इण्टरमीडिएट कॉलेज में प्रशिक्षित स्नातक वेतनमान तथा प्रवक्ता वेतनमान के सृजित पदों के सापेक्ष शिक्षकों की संख्या के संबंध में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से प्रश्न किया।


दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी है और शिक्षकों की चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में और अगले तीन-चार माह में नये शिक्षक मिल जायेंगे और जहां कमी है उन स्कूलों में उनकी तैनाती कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जहां स्कूलों में शिक्षक कम हैं वहां अवकाश प्राप्त शिक्षक एवं पीटीए योजना के तहत शिक्षक छात्रों को पढ़ा रहे हैं। इसके पहले शिक्षक दल के हेम सिंह पुण्डीर ने लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी माकर्शीटे बनाने के प्रकरण में उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने प्रश्न किया।

दिनेश शर्मा ने कहा कि फर्जी माकर्शीट का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में विश्वविद्यालय से 18 अप्रैल को पत्र मिला। इस संबंध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से दोषी अथवा संदिग्ध व्यवक्तियों के संबंध में अवगत कराने का अनुरोध किया गया है। सरकार ने तीन मई को लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव से आख्या मांगी है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा विगत तीन वर्षों से छात्रों की फोटोयुक्त एवं दस सिक्योरिट फीचरयुक्त माकर्शीट का निर्माण किया जा रहा है। नेशनल एकेडमिक डिपोजिटरी योजना के तहत पिछले दो वर्ष से डाटा स्टोर कर रही है। साथ ही पुराने टैबुलेशन चाटरं की स्कैनिंग कराकर डिजटलाइजेशन का काम किय जा रहा है। पुराने टैबुलेशन चाटरं का लेमिनेशन किया जा रहा है।

इस मामले में दोषी अथवा संदिग्ध व्यक्तियों के संबंध पुलिस विभाग कारर्वाई कर रही है। इस तरह के तीन चार मामले प्रकाश में आये हैं। प्रश्न प्रहर में कांग्रेस के दीपक सिंह ने प्रदेश में मनरेगा मजदूरी प्रति मजदूर निर्धारित किये जाने के संबंध में ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 महेन्द्र सिंह से प्रश्न किया। दीपक सिंह ने कहा कि मनरेगा मजदूरी भारत सरकार तय करती है। राज्य में फिलहाल 182 रुपये मनरेगा में मजदूरी दी जा रही है। राज्य सरकार मजदूरों के हितों के लिए काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि मनरेगा मजदूरी बढ़े । कुछ राज्यों में यह मजदूरी उत्तर प्रदेश से कम है और कुछ में अधिक भी है। इसके अलावा शिक्षक दलके के धुव्र कुमार ने अजमगढ़ मण्डल में अवकाश प्राप्त शिक्षकों को पेंशन के संबंध में ड0 दिनेश शर्मा से प्रश्न किया। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ में 79, मऊ में 49 और बलिया में 90 कुल 218 सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन के मामले लंबित हैं। उन्होंने कहा कि लम्बित होने का कारण आजमगढ़ में संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में ज्येष्ठ लेखा परीक्षक एवं लेखा परीक्षक कार्यरत न होना है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की कमी के कारण पेंशन के मामले लंबित हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अवकाश प्राप्त शिक्षकों को जल्द ही पेंशन दिला दी जायेगी।