एलटी ग्रेड भर्ती 2018: विज्ञान शिक्षक के 961 पद खाली, नहीं मिले योग्य अभ्यर्थी

लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक (एलटी ग्रेड शिक्षक) भर्ती 2018 के विज्ञान विषय का परिणाम घोषित कर दिया। पदों की संख्या के लिहाज से यह इस भर्ती का अब तक का सबसे बड़ा और बेहद चौंकाने वाला परिणाम है।


बड़ा इसलिए क्योंकि इस भर्ती में विज्ञान पुरुष और महिला शाखा के 1045 पदों के लिए चयन किया जाना था। चौंकाने वाला इसलिए क्योंकि मात्र 84 पदों के लिए ही चयन हो सका, शेष 961 पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने से खाली रह गए। स्पष्ट है कि मात्र आठ प्रतिशत पदों पर ही चयन हो सका है। आयोग ने इस भर्ती की लिखित परीक्षा में न्यूनतम अर्हता अंक की बाध्यता रखी है। लिखित परीक्षा में एससी और एसटी अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम 30 प्रतिशत और सामान्य तथा ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक पाना अनिवार्य है। विज्ञापन में साफ तौर पर लिखा गया है कि इससे कम अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को श्रेष्ठता/चयन सूची में शामिल नहीं किया जाएगा।

आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि लिखित परीक्षा 150 अंकों की थी। पुरुष शाखा के 571 पदों के लिए 11284 अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी थी जबकि महिला शाखा के 491 पदों के लिए 4152 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुई थीं। पुरुष शाखा के लिए सिर्फ 80 तो महिला शाखा के लिए मात्र चार अभ्यर्थी ही सफल हो सकी हैं। 1045 पदों के लिए दावेदारी करने वाले कुल 15436 अभ्यर्थियों से 15352 यानी 99 प्रतिशत अभ्यर्थी ऐसे रहे जो लिखित परीक्षा में न्यूनतम अर्हता अंक हासिल नहीं कर सके। परिणाम आयोग की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
इन चार को मिली सफलता
महिला शाखा के लिए जो चार अभ्यर्थी सफल हुई हैं उनमें गरिमा सिंह, अंजली कंसल, साक्षी और कृति देवी शामिल हैं। वहीं पुरुष वर्ष के लिए सफल 80 अभ्यर्थियों में विनीत कुमार, वरुण कुमार और हरि ओम को क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान मिला है।

फिर भी रहेगी विज्ञान शिक्षकों की किल्लत
आयोग ने एलटी शिक्षकों के 15 विषयों के 10768 पदों के लिए लिखित परीक्षा पिछले वर्ष 29 जुलाई को कराई थी। एक साल तीन माह बाद विज्ञान का परिणाम घोषित किया गया। खास बात यह है कि इसके बाद भी राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान शिक्षकों की कमी बनी रहेगी। जो पद भरे नहीं जाते हैं, उन्हें आयोग शासन को वापस भेजता है। शासन स्तर से दुबारा भर्ती के लिए पद भेजे जाते हैं तो नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाती है। इससे स्पष्ट है कि इन 961 पदों के लिए दोबारा चयन होने में अभी वक्त लगेगा।
पेपर लीक तो चयन कम कैसे
यह परिणाम इस भर्ती का पेपर लीक होने के आरोपों पर भी प्रश्न चिह्न खड़े कर रहा है। जानकारों का कहना है कि अगर भर्ती का पेपर लीक हुआ था तो इतने कम अभ्यर्थी ही क्यों सफल हुए? बता दें कि जून से पूर्व घोषित इस भर्ती के सात विषयों के परिणाम में भी कई पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने से खाली रह गए थे।

हाईकोर्ट के अधीन रहेगा परिणाम
आयोग ने 84 अभ्यर्थियों को औपबंधिक तौर पर सफल किया है। यानी कि उन्हें आयोग में वांछित अभिलेखों का सत्यापन कराना होगा। सत्यापन में सबकुछ सही पाए जाने पर ही अंतिम तौर पर चयनित माना जाएगा। बता दें कि 15 विषयों के 10768 पदों में से अब तक नौ विषयों के 2858 पदों का परिणाम घोषित किया जा चुका है। सचिव ने बताया कि प्राप्तांक और श्रेणीवार कटऑफ अंक यथासमय आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।

अभिलेखों का सत्यापन हुआ शुरू
उधर, मंगलवार से इस भर्ती के सात विषयों में सफल अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन भी शुरू हो गया। आयोग परिसर स्थित परीक्षा भवन के प्रथम तल पर पहले दिन 10 से 1 बजे तक संगीत और कृषि पुरुष वर्ग के पदों के लिए सफल हुए अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन किया गया जबकि वाणिज्य महिला और पुरुष वर्ग के पदों के लिए सफल अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन 1.30 से 5 बजे तक किया गया।