यूपीपीएससी ने जारी किया रिजल्ट, 1035 में 435 पदों पर हुआ चयन
आयोग को नहीं मिले योग्य अभ्यर्थी, 29690 अभ्यर्थियों ने दी थी परीक्षा
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से शनिवार को जारी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत गणित विषय के रिजल्ट ने अभ्यर्थियों को तगड़ा झटका दिया है। योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण गणित में एलटी ग्रेड शिक्षकों के आधे से अधिक पद खाली रह गए। इसके साथ ही सवाल उठ रहे हैं कि अगर परीक्षा का पेपर आउट हुआ था तो रिजल्ट इतना खराब कैसे आ सकता है।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा पिछले साल 29 जुलाई को प्रदेश के 39 जनपदों में आयोजित की गई थी और इसमें तकरीबन चार लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। गणित विषय में एलटी ग्रेड शिक्षकों के 1035 पद थे और इनमें से 435 पदों पर ही अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जबकि इस विषय के लिए 29,690 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।। न्यूनतम अर्हता अंक न पाने के कारण बाकी छह सौ पद रिक्त रह गए, जिन्हें आयोग ने अग्रेनीत कर दिया है। गणित विषय में पुरुष वर्ग के 561 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में 22,621 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 398 अभ्यर्थी औपबंधिक रूप से चयनित किए गए हैं। बाकी अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता अंक नहीं पा सके और 163 पद खाली रह गए।
वहीं, गणित महिला शाखा के 474 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में 7069 अभ्यर्थी शामिल हुए थे और इनमें से महज 37 अभ्यर्थियों को चयन के लिए योग्य पाया गया है। महिला वर्ग में न्यूनतम अर्हता अंक न पाने वाले अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या रही और 437 पद रिक्त रह गए। आयोग के सचिव जगदीश के अनुसार पुरुष और महिला वर्ग के रिक्त पदों को अग्रेनीत कर दिया गया है। चयनित सभी अभ्यर्थियों को अपने अभिलेखों का सत्यापन कराना होगा। सत्यापन की तिथि की सूचना अलग से जारी की जाएगी। सत्यापन न कराने पर अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा।
अरविंद और प्रिंसी रहे अव्वल
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत गणित विषय के अंतिम चयन परिणाम में पुरुष वर्ग में अरविंद यादव और महिला शाखा में प्रिसी सिंह ने मेरिट में पहला स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग के अंतिम चयन में स्वतंत्र कुमार त्रिपाठी को मेरिट में दूसरा और लीलधर सिंह को तीसरा स्थान मिला, जबकि महिला वर्ग में शोभा प्रजापति एवं प्रतीक्षा गौर मेरिट में क्रमश: दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहीं।
हाईकोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगा परिणाम
विज्ञान विषय में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दाखिल हैं। आयोग के सचिव के अनुसार विज्ञान विषय का परिणाम न्यायालय में योजित याचिका विजय नाथ व अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य में पारित होने वाले अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा। साथ ही अन्य मामलों में अलग से याचिका दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों का परिणाम भी न्यायालय के अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा।
जल्द जारी होगा कटऑफ
आयोग के सचिव के अनुसार परीक्षा परिणाम से संबंधित प्राप्तांक और श्रेणीवार/पदवार कटऑफ अंक आयोग की वेबसाइट पर जल्द प्रदर्शित किए जाएंगे। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन पर कोई विचार किया जाएगा।
विज्ञान के साथ गणित की पढ़ाई भी होगी मुश्किल
राजकीय स्कूलों में दोनों विषयों के लिए नहीं मिले योग्य शिक्षक
प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों की सर्वाधिक कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा तो आयोजित की गई, लेकिन दोनों ही विषयों में योग्य शिक्षक नहीं मिले। ऐसे में राजकीय इंटर कॉलेजों में आने वाले समय में विज्ञान और गणित के शिक्षकों का अभाव बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 15 अक्तूबर को विज्ञान विषय में एलटी ग्रेड शिक्षकों के 1045 पदों का रिजल्ट जारी किया था, जिनमें से केवल 84 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ और बाकी के 92 फीसदी पद खाली रह गए। हालांकि विज्ञान के मुकाबले गणित विषय के रिजल्ट की स्थिति कुछ बेहतर रही, लेकिन संतोषजनक नहीं है। गणित विषय में शिक्षकों के महज 59 फीसदी पदों पर ही चयन हुआ है और 41 फीसदी पर खाली रह गए हैं। वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों के पद बड़ी संख्या में रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों पर अगली भर्ती कब होगी यह अभी तय नहीं है लेकिन तब तक शिक्षकों की कमी के कारण विज्ञान और गणित की पढ़ाई प्रभावित रहेगी।
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से शनिवार को जारी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत गणित विषय के रिजल्ट ने अभ्यर्थियों को तगड़ा झटका दिया है। योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण गणित में एलटी ग्रेड शिक्षकों के आधे से अधिक पद खाली रह गए। इसके साथ ही सवाल उठ रहे हैं कि अगर परीक्षा का पेपर आउट हुआ था तो रिजल्ट इतना खराब कैसे आ सकता है।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की परीक्षा पिछले साल 29 जुलाई को प्रदेश के 39 जनपदों में आयोजित की गई थी और इसमें तकरीबन चार लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। गणित विषय में एलटी ग्रेड शिक्षकों के 1035 पद थे और इनमें से 435 पदों पर ही अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जबकि इस विषय के लिए 29,690 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।। न्यूनतम अर्हता अंक न पाने के कारण बाकी छह सौ पद रिक्त रह गए, जिन्हें आयोग ने अग्रेनीत कर दिया है। गणित विषय में पुरुष वर्ग के 561 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में 22,621 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 398 अभ्यर्थी औपबंधिक रूप से चयनित किए गए हैं। बाकी अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता अंक नहीं पा सके और 163 पद खाली रह गए।
वहीं, गणित महिला शाखा के 474 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा में 7069 अभ्यर्थी शामिल हुए थे और इनमें से महज 37 अभ्यर्थियों को चयन के लिए योग्य पाया गया है। महिला वर्ग में न्यूनतम अर्हता अंक न पाने वाले अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या रही और 437 पद रिक्त रह गए। आयोग के सचिव जगदीश के अनुसार पुरुष और महिला वर्ग के रिक्त पदों को अग्रेनीत कर दिया गया है। चयनित सभी अभ्यर्थियों को अपने अभिलेखों का सत्यापन कराना होगा। सत्यापन की तिथि की सूचना अलग से जारी की जाएगी। सत्यापन न कराने पर अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा।
अरविंद और प्रिंसी रहे अव्वल
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत गणित विषय के अंतिम चयन परिणाम में पुरुष वर्ग में अरविंद यादव और महिला शाखा में प्रिसी सिंह ने मेरिट में पहला स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग के अंतिम चयन में स्वतंत्र कुमार त्रिपाठी को मेरिट में दूसरा और लीलधर सिंह को तीसरा स्थान मिला, जबकि महिला वर्ग में शोभा प्रजापति एवं प्रतीक्षा गौर मेरिट में क्रमश: दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहीं।
हाईकोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगा परिणाम
विज्ञान विषय में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती को लेकर उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दाखिल हैं। आयोग के सचिव के अनुसार विज्ञान विषय का परिणाम न्यायालय में योजित याचिका विजय नाथ व अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य में पारित होने वाले अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा। साथ ही अन्य मामलों में अलग से याचिका दाखिल करने वाले अभ्यर्थियों का परिणाम भी न्यायालय के अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा।
जल्द जारी होगा कटऑफ
आयोग के सचिव के अनुसार परीक्षा परिणाम से संबंधित प्राप्तांक और श्रेणीवार/पदवार कटऑफ अंक आयोग की वेबसाइट पर जल्द प्रदर्शित किए जाएंगे। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रार्थना पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन पर कोई विचार किया जाएगा।
विज्ञान के साथ गणित की पढ़ाई भी होगी मुश्किल
राजकीय स्कूलों में दोनों विषयों के लिए नहीं मिले योग्य शिक्षक
प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों की सर्वाधिक कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा तो आयोजित की गई, लेकिन दोनों ही विषयों में योग्य शिक्षक नहीं मिले। ऐसे में राजकीय इंटर कॉलेजों में आने वाले समय में विज्ञान और गणित के शिक्षकों का अभाव बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 15 अक्तूबर को विज्ञान विषय में एलटी ग्रेड शिक्षकों के 1045 पदों का रिजल्ट जारी किया था, जिनमें से केवल 84 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ और बाकी के 92 फीसदी पद खाली रह गए। हालांकि विज्ञान के मुकाबले गणित विषय के रिजल्ट की स्थिति कुछ बेहतर रही, लेकिन संतोषजनक नहीं है। गणित विषय में शिक्षकों के महज 59 फीसदी पदों पर ही चयन हुआ है और 41 फीसदी पर खाली रह गए हैं। वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान और गणित के शिक्षकों के पद बड़ी संख्या में रिक्त पड़े हैं। रिक्त पदों पर अगली भर्ती कब होगी यह अभी तय नहीं है लेकिन तब तक शिक्षकों की कमी के कारण विज्ञान और गणित की पढ़ाई प्रभावित रहेगी।