लोक सेवा आयोग की सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक यानी एलटी ग्रेड
शिक्षक भर्ती 2018 में बड़ी विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई है। 15 विषयों के
10768 पदों को भरने के लिए हो रही इस भर्ती में अब तक 11 विषयों के 5566
पदों का परिणाम घोषित किया जा चुका है। खास बात यह है कि 5566 में से सिर्फ
42 प्रतिशत यानी 2329 पदों पर ही चयन हो सका है।
योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण इन 11 विषयों के 3237 पद खाली रह गए। इनमें से 3200 पद गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर और कला के हैं। 10768 पदों के लिए पिछले वर्ष 29 जुलाई को प्रदेश के 39 जिलों में बनाए गए 1760 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। 763317 आवेदकों में से 52 प्रतिशत हुए शामिल हुए थे। आयोग ने 10 मई तक सात विषयों संगीत, कृषि, वाणिज्य, उर्दू, गृह विज्ञान, संस्कृत और शारीरिक शिक्षा का परिणाम घोषित किया था। इन सात विषयों में कमोवेश स्थिति ठीक थी क्योंकि इनके 1343 पदों में से 1306 पद भर गए थे। सिर्फ शारीरिक शिक्षा के 28, उर्दू के आठ और गृह विज्ञान पुरुष वर्ग का एक यानी 37 पदों पर चयन नहीं हो सका था। मई के अंत में इस भर्ती के पेपर लीक का मामला सामने आने और इस मामले में एसटीएफ की आयोग परिसर में छापेमारी के बाद तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की गिरफ्तारी के बाद भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई थी।
पेपर लीक प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग ने दस अक्तूबर 2019 से भर्ती प्रक्रिया शुरू की। 11 से 23 अक्तूबर तक चार विषयों के परिणाम घोषित किए, इनमें से तीन के परिणाम चौंकाने वाले रहे क्योंकि कम्प्यूटर में 1673 में से 1637, विज्ञान में 1045 में से 961 और गणित के 1035 में से 600 पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण खाली रह गए। वहीं कला विषय के 470 में से 2 पदों पर चयन नहीं हो सका। अभी हिन्दी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और जीव विज्ञान का परिणाम घोषित किया जाना है। इन चार विषयों में 5202 पद हैं। विवाद की वजह से हिन्दी और सामाजिक विज्ञान का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा
योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण इन 11 विषयों के 3237 पद खाली रह गए। इनमें से 3200 पद गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर और कला के हैं। 10768 पदों के लिए पिछले वर्ष 29 जुलाई को प्रदेश के 39 जिलों में बनाए गए 1760 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। 763317 आवेदकों में से 52 प्रतिशत हुए शामिल हुए थे। आयोग ने 10 मई तक सात विषयों संगीत, कृषि, वाणिज्य, उर्दू, गृह विज्ञान, संस्कृत और शारीरिक शिक्षा का परिणाम घोषित किया था। इन सात विषयों में कमोवेश स्थिति ठीक थी क्योंकि इनके 1343 पदों में से 1306 पद भर गए थे। सिर्फ शारीरिक शिक्षा के 28, उर्दू के आठ और गृह विज्ञान पुरुष वर्ग का एक यानी 37 पदों पर चयन नहीं हो सका था। मई के अंत में इस भर्ती के पेपर लीक का मामला सामने आने और इस मामले में एसटीएफ की आयोग परिसर में छापेमारी के बाद तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की गिरफ्तारी के बाद भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई थी।
पेपर लीक प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग ने दस अक्तूबर 2019 से भर्ती प्रक्रिया शुरू की। 11 से 23 अक्तूबर तक चार विषयों के परिणाम घोषित किए, इनमें से तीन के परिणाम चौंकाने वाले रहे क्योंकि कम्प्यूटर में 1673 में से 1637, विज्ञान में 1045 में से 961 और गणित के 1035 में से 600 पद योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण खाली रह गए। वहीं कला विषय के 470 में से 2 पदों पर चयन नहीं हो सका। अभी हिन्दी, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और जीव विज्ञान का परिणाम घोषित किया जाना है। इन चार विषयों में 5202 पद हैं। विवाद की वजह से हिन्दी और सामाजिक विज्ञान का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा