आज 3:40 के आस पास जज पंकज जी और माथुर सर की बेंच उठी और लगभग 10 मिनट बाद फिर नयी बेंच में इरशाद सर के साथ पंकज सर पुनः आकर बैठ गए।कोर्ट में इस समय तक AG सर के अलावा,बीटीसी टीम के वरिष्ठ अधिवक्ता कालिया जी, बीएड टीम की ओर से जूनियर वकील व शिक्षामित्रों के वकील उपस्थित थे।
#ट्विटर_अभियान और अन्य टीमों के जमीनी स्तर के प्रयासों के कारण आज बेंच बैठते ही #AG_सर ने डायस पर आकर 69000 भर्ती की रेगुलर सुनवाई की अपील की जिसमें कालिया सर और बीएड के अन्य वकीलों ने साथ दिया। इस पर जस्टिस पंकज जायसवाल सर ने सोमवार से रेगुलर सुनवाई की बात कही। इस बीच आज की सुनवाई करवाने के लिए विशेषकर कालिया सर ने जज से कहा, जिस पर जज साहब ने सर हाँ में हिलाकर जवाब दिया।
इसके कुछ समय बाद आगे टेट 17 मैटर का आर्डर सुनाया गया जिसका जिक्र इस पोस्ट में नहीं कर रहा।
4 बजकर कुछ मिनट पर अपना केस स्टार्ट हुआ.....
Sm के वकील उपेन्द्र मिश्रा साहब ने वही SM के समायोजन से ,RTE एक्ट, आंनद कुमार आर्डर से होते हुए NCTE के द्वारा अध्यापक के लिए मिनिमम योग्यता TET है का पुराना राग अलापते हुए बीएड मुद्दे पर आ गए।
और जज को यह कहते हुए गुमराह करने की कोशिश की कि बीएड प्रशिक्षु शिक्षक के तौर पर #ब्रिज_कोर्स करने के बाद ही अध्यापक बनने के पात्र होगा। जिस पर तुरंत #इरशाद_सर ने टोका आप गलत बोल रहे हैं #नियमावली में नियम यह है कि नियुक्ति के बाद बीएड को ब्रिज कोर्स करना है। जिस मिश्रा जी ने "माई मिस्टेक सर" कहते हुए स्वीकार किया।
इसके बाद कोर्ट का समय पूर्ण हो गया। और पुनः एक बार AG साहब और कालिया सर व साथ में बीएड के जूनियर वकील डायस के पास आ गए। AG सर ने फिर कमान सम्भालते हुए मैटर रिपीट व बीएड मुद्दे पर उपेन्द्र मिश्रा साहब को आड़े हाथों लेते हुए यह बात जज साहब के संज्ञान में डाली। इस पर उपेन्द्र मिश्रा जी ने कई बातें बोली कि विपक्ष को डेढ़ महीने बोलने का समय मिला है.....मैं मुख्य मुद्दे और विपक्ष के वकीलों की बातों को कोट करके अपने आर्गुमेंट रख रहा हूँ...etc
जिस पर पंकज सर और इरशाद जी ने उपेन्द्र मिश्रा को फटकार लगाते हुए कहा कि सभी मुद्दे और किस वकील ने क्या कोट किया है सभी बातें हमें पता है आप केवल अपनी आर्ग्युमेंट रखिये। और मिश्रा जी शांत हो गए।
आगे सभी की उपलब्धता को देखते हुए 26 को 2:15 से कंटीन्यू करने के लिए जज साहब ने कहा।
कुल मिलाकर दोस्तों SM के वकीलों ने जज को गुमराह करने के आज सारे प्रयास ध्वस्त हो गए। सिंगल बेंच की तरह यहाँ उनकी गुमराह करने की नीति नहीं चलने वाली है। दोनों ही जज पूरे प्रकरण को बहुत ही अच्छे से समझ चुके है। आगे इरशाद सर की उपलब्धता को देखते हुए 26 की तारीख मिली है से लगातार सुनवाई होकर और बहुत जल्द रिज़र्व हो जाएगा।
एक लक्ष्य नियुक्ति पत्र।