69000 सहायक अध्यापक भर्ती : अब तो हर पद के लिए दो दावेदार भी नहीं, अध्यापक चयन की तस्वीर हो रही अब साफ

69000 सहायक अध्यापक भर्ती : अब तो हर पद के लिए दो दावेदार भी नहीं, अध्यापक चयन की तस्वीर हो रही अब साफ
  • प्रदेश को 18 नए लेखाधिकारी व कोषाधिकारी मिले
  • 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण नियमावली का कठोरता से हो पालन: शिवपाल यादव
  • 69000 शिक्षक भर्ती में प्राप्तांक-पूर्णाक की गलती से प्रभावित होगी मेरिट
  • इलाहाबाद हाईकोर्ट में 69000 शिक्षक भर्ती मामले की आज होगी सुनवाई
  • 69000 शिक्षक भर्ती: महिला अभ्यर्थी ने अपने मन से तय किए अंक, याचिका खारिज, OMR मिली सादा
  • 69000 शिक्षक भर्ती में प्राप्तांक-पूर्णांक की गलती के संशोधन की मांग

  • प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के लिए 69000 सहायक अध्यापक चयन की तस्वीर साफ हो रही है। मेरिट के आधार पर नियुक्ति पाने के मुकाबले से 9439 अभ्यर्थियों ने किनारा कर लिया है। अब तो हर पद के लिए दो दावेदार भी नहीं रह गए हैं, फिर भी पदों के लिए चयन का संघर्ष कड़ा रहेगा। भर्ती की लिखित परीक्षा परिणाम के आधार पर 77,060 अभ्यर्थियों का चयन नहीं होना था, अब यह संख्या घटकर 67,621 रह गई है। यानी भर्ती के तय पदों से कुछ कम अभ्यर्थी शिक्षक बनने से दूर रहेंगे। 

    बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम 12 मई को जारी हुआ था। उसमें 1,46,060 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे, यह संख्या भर्ती के कुल पदों से दोगुने से भी अधिक थी। तय था कि परीक्षा पास करने वाले सभी अभ्यर्थी चयन के लिए आवेदन करेंगे। ऑनलाइन आवेदन 18 मई अपरान्ह से 28 मई की रात्रि 12 बजे तक चला। कुल 1,36,621 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया। जबकि 9439 अभ्यर्थी चयन प्रक्रिया में शामिल नहीं हो रहे हैं। ऐसे में पदों के सापेक्ष आवेदकों की कुल संख्या दोगुने से करीब दो हजार कम है। शासन ने मोबाइल नंबर में संशोधन के लिए अवसर दिया और आवेदन की समय सीमा दो दिन बढ़ाई थी।


    9439 अभ्यर्थियों पर अटकलें तेज  : चयन प्रक्रिया से बाहर होने वाले 9439 अभ्यर्थियों पर अटकलें लग रही हैं कि आखिर वे शामिल क्यों नहीं हुए। कहा जा रहा है कि उनमें अधिकांश ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने आवेदन में शैक्षिक अंक गलत भरे हैं। अंकों में बदलाव का अवसर नहीं मिला इसलिए उन्होंने किनारा कर लिया। ऐसे ही पहले की भर्ती में चयनितों को काउंसिलिंग से पहले एनओसी लाने का प्राविधान किया है इसकी वजह से भी कई ने आवेदन नहीं किया। इसके अलावा वे अभ्यर्थी जो मामूली अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण हुए हैं उन्होंने मेरिट के मुकाबले से अपने को दूर कर लिया है।


    आवेदन पत्रों की जांच शुरू, जिला आवंटन सूची जल्द : आवेदनों की परिषद में जांच शुरू हो गई है। अभ्यर्थी के गुणांक, भारांक, जिला वरीयता के आधार पर वर्ग व श्रेणीवार जिला आवंटन सूची रविवार या फिर सोमवार को आने की उम्मीद है। अभ्यर्थी आवंटित जिले में तीन से छह जून तक काउंसिलिंग कराकर नियुक्ति पत्र हासिल करेंगे।