प्रयागराज: जिले के परिषदीय स्कूलों में शिक्षक संकट की स्थिति चिंताजनक है। यू-डायस रिपोर्ट के अनुसार, जिले के 13 स्कूल शिक्षकविहीन हैं, जबकि 110 स्कूल केवल एक शिक्षक के सहारे संचालित हो रहे हैं।
शिक्षकविहीन और एकल शिक्षक वाले स्कूल
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शिक्षकविहीन स्कूल: 13 (7 प्राथमिक, 6 उच्च प्राथमिक)
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एकल शिक्षक वाले स्कूल: 110
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65 प्राथमिक
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44 उच्च प्राथमिक
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1 कंपोजिट विद्यालय
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नगर क्षेत्र की स्थिति: सबसे खराब स्थिति नगर क्षेत्र में है, जहां 5 शिक्षकविहीन और 15 एकल विद्यालय हैं।
छात्रों का भार
यू-डायस रिपोर्ट के अनुसार कई स्कूलों में छात्रों की संख्या के मुकाबले शिक्षक बहुत कम हैं।
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उच्च प्राथमिक विद्यालय, संसारपुर कोरांव: कक्षा 6 से 8 तक 273 छात्र, केवल 1 शिक्षक
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उच्च प्राथमिक विद्यालय, अमिलिया पाल: 133 छात्र, 1 शिक्षक
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उच्च प्राथमिक विद्यालय, शाहपुर धनुपुर: 120 छात्र, 1 शिक्षक
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उच्च प्राथमिक विद्यालय, पूरे मथुरा दास: 110 छात्र, कोई शिक्षक नहीं (दूसरे स्कूल के शिक्षक से काम चलाया जा रहा है)
नगर क्षेत्र के अन्य स्कूलों में भी स्थिति गंभीर है:
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करैलाबाग कॉलोनी दो (प्राथमिक): 148 छात्र, 1 शिक्षक
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राजापुर (कंपोजिट): 115 छात्र, 1 शिक्षक
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खूंटा मेजा (उच्च प्राथमिक): 113 छात्र, 1 शिक्षक
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देवीबांध कोरांव (उच्च प्राथमिक): 111 छात्र, 1 शिक्षक
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नारीबारी शंकरगढ़ (उच्च प्राथमिक): 107 छात्र, 1 शिक्षक
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गर्ल्स हाता मांडा (उच्च प्राथमिक): 102 छात्र, 1 शिक्षक
उपाय और प्रशासन की कार्रवाई
बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अनिल कुमार ने बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल के पत्र (27 अक्टूबर) के क्रम में विस्तारित नगरीय सीमा के स्कूलों में तैनात अध्यापकों से विकल्प/सहमति लेकर नगर क्षेत्र के अध्यापकों के संवर्ग में सम्मिलित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
BSA ने यू-डायस पोर्टल के आंकड़े खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजते हुए एकल एवं शिक्षकविहीन विद्यालयों की रिपोर्ट मांगी है, ताकि छात्रों के पढ़ाई के लिए शिक्षक उपलब्ध कराए जा सकें।