एक विचार मन में आया है जरा सोचिये --- अगर
1.कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को किसी भी कक्षा में फेल नहीं करना है तो अर्धवार्षिक परीक्षा और वार्षिक परीक्षा में प्रश्न पत्र छपवाकर करोड़ो रूपये खर्च करने का क्या अर्थ है?
1.कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को किसी भी कक्षा में फेल नहीं करना है तो अर्धवार्षिक परीक्षा और वार्षिक परीक्षा में प्रश्न पत्र छपवाकर करोड़ो रूपये खर्च करने का क्या अर्थ है?