राष्‍ट्रीय बचत योजनाओं आपका निवेश पूरी तरह सु‍रक्षित रहता है

राष्‍ट्रीय बचत योजनाएं डाकघरों (Post Office) के माध्‍यम से संचालित होती हैं। यह योजनाएं भारत सरकार द्धारा राष्‍ट्रीय बचत निदेशालय के जरिए तथा निगरानी में जारी होती हैं। इन बचत योजनाओं में किया गया निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। यही वजह है कि देश के आम और खास नागरिक डाकघर की इन योजनाओं को खूब पसंद करते हैं और इनमें निवेश भी करते हैं।
इन योजनाओं का मुख्‍य स्‍लोगन है आज की बचत – कल की सुरक्षा’, यह स्‍लोगन अपनी मंशा और दावे पर पूरी तरह खरा उतरता है। राष्‍ट्रीय बचत योजनाओं में निवेश करने के लिए ढेरों विकल्‍प मौजूद हैं। जहां आप अपनी जरूरत के अनुसार कोई भी योजना चुन सकते हैं। इन योजनाओं में निवेश करने के बाद व्‍यक्ति चैन की नींद सो सकता है, क्‍योंकि नुकसान होने मूलधन नष्‍ट होने जैसे खतरे यहां मौजूद नहीं होते हैं। बस कमी सिर्फ इस बात की है कि इन बचत योजनाओं का आकर्षण पहले जैसा नहीं रहा है। या यूं कहें कि भारत सरकार की ये बचत योजनाएं अब आकर्षक नहीं रह गईं हैं। अब इन पर पहले जैसा ब्‍याज नहीं मिलता। यदि आप अस्‍सी के दशक में पीछे जाएं तो कभी इंदिरा विकास पत्र व किसान विकास पत्र जैसी योजनाओं में निवेश किया गया धन पांच वर्ष में दुगना हो जाता था। कहने का मतलब यह कि यदि किसी ने पांच हजार रूपए देकर किसान विकास पत्र लिया तो ठीक पांच वर्ष बाद उसे दस हजार रूपए मिल जाते थे। पर अब ऐसा नहीं रहा। इंदिरा विकास पत्र को भारत सरकार ने कब का बंद कर दिया है। पिछली यू.पी.ए. (कांग्रेस) सरकार ने तो किसान विकास पत्र भी बंद कर दिया था। वो तो भला हो भाजपा की वर्तमान सरकार का जिसने मनमोहन सिंह सरकार के फैसले को उलटते हुए किसान विकास पत्र को दोबारा आम जनता के लिए जारी किया। साथ ही उसकी परिपक्‍वता अ‍वधि ८ वर्ष ७ माह से घटा कर ८ वर्ष ४ माह कर दी। जोकि आम जनता के लिए ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है।
हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी चाहते तो इसकी परिपक्‍वता अवधि पुन: पांच या ६ वर्ष कर सकते थे। पर उन्‍होंनें भी ऐसा नहीं किया। इससे लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। जब इस देश के बैंक इंडस्ट्रियलिस्‍ट के साधारण खातों पर या बचत खातों पर १५ – २५ प्रतिशत सालाना अथवा मासिक ब्‍याज देतें हैं, तो देश के साधारण नागरिकों को इतना कम ब्‍याज क्‍यों दिया जाता है? वह भी राष्‍ट्रीय बचत योजनाओं में। मेरा इस देश की व्‍यवस्‍था से एक सवाल है कि क्‍या इस देश का साधारण नागरिक जिसके पास टाटा, अंबानी, बिड़ला परिवारों की तरह कं‍पनियां नहीं हैं, वह बचत खातों पर १५ – २५ प्रतिशत ब्‍याज पाने का अधिकारी क्‍यों नहीं है?
राष्‍ट्रीय बचत योजनाओं में देश का आम और गरीब नागरिक सिर्फ इसलिए निवेश करता था। या करता है। नागरिक अपनी बेटियों की शादी के लिए अथवा उनकी शिक्षा के लिए धन प्राप्‍त करने के लिए किसान विकास पत्र व अन्‍य योजनाओं में निवेश करते हैं। आम नागरिक महंगाई व अन्‍य समस्‍याओं से ग्रस्‍त है, फिर भी सरकार की यह मंशा नहीं है कि वह अपनी बचत योजनाओं को आकर्षक बनाए ताकि आम नागरिक राहत की सांस ले सकें।
फिर भी मैं आपको बचत निदेशायल की ओर से इन योजनाओं के बारे में नवीनतम सूचना उपलब्‍ध करा रही हूं। पढ़ने के बाद ध्‍यान दें कि ब्‍याज दर, परिपक्‍वता मूल्‍य, आयकर लाभ, आदि केंद्र सरकार द्धारा समय समय पर राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के अनुसार ही देय होंगें।


किसान विकास पत्र


१ * किसान विकास पत्र में निवेशित धनराशि ८ वर्ष ४ माह में दोगुनी हो जाएगी।

२ * इसे एकल, संयुक्‍त  तथा  तथा अवयस्‍क के लिए क्रय किया जा सकता है।

३ * यह १००० रूपए, ५००० रूपए, १०००० रूपए तथा ५०००० रूपए मूल्‍य वर्ग में उपलब्‍ध हैं।

४ * इसे प्रधान डाकघर एवं उप डाकघरों के साथ ही स्‍टेट बैंक एवं इसके सहयोगी बैंको की किसी भी शाखा से खरीदा जा सकता है। जिनको राष्‍ट्रीयकृत तथा वाणिज्यिक बैंक की विनिर्दिष्‍ट शाखा, जिन्‍हें लोक भविष्‍य निधि के लिए प्राधिकृत किया गया हो। लेना चाहिए।

५ * किसान विकास पत्र को एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति को लिखित सहमति से अंतरित किया जा सकता है।

६ * नामांकन की सुविधा भी उपलब्‍ध है।

७ * किसान विकास पत्र क्रय करने की कोई सीमा नहीं है। आप जितने चाहें खरीद सकते हैं।

८ * २ वर्ष ६ माह बाद भुगतान प्राप्‍त करने की सुविधा उपलब्‍ध है।

९ * इसे डाकघर से बैंक एवं बैंक से डाकघर में अंतरित किया जा सकता है।

१० * इस पर ऋण लेने की सुविधा भी उपलब्‍ध है।

११ * खो जाने, चोरी या नष्‍ट होने पर दूसरी प्रति जारी की जा सकती है।


डाकघर बचत खाता


१ * डाकघर बचत खाते पर 4% वार्षिक ब्‍याज देय है।

२ * इसमें कम से कम ५० रूपए, अधिकतम की कोई सीमा नहीं हैं। जमा किए जा सकते हैं।

३ * दिनांक १३/०५/२००५ से ग्रुप व संस्‍थागत खाते खोलने पर प्रतिबंध लगा है।

४ * इस खाते में नामांकन की सुविधा उपलब्‍ध है।

५ * आयकर अधिनियम की धारा 80 TTA के अन्‍तर्गत १०००० रूपए तक ब्‍याज आयकर से मुक्‍त है।


१० वर्षीय राष्‍ट्रीय बचत पत्र नवां निर्गम (N.S.C. 9th Issue)


१ * 8.8% वार्षिक चक्रवृद्धि ब्‍याज छमाही हिसाब से गणनीय है।

२ * यह १०० रूपए, ५०० रूपए, १००० रूपए, ५००० रूपए तथा १०००० रूपए मूल्‍य वर्ग में उपलब्‍ध है।

३ * इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

४ * आयकर की धारा 80-C के अन्‍तर्गत १.५ लाख रूपए तक वार्षिक निवेश नियमानुसार आय से कटौती योग्‍य है।

५ * वार्षिक प्रोदभूत ब्‍याज धारा 80-C के तहत वार्षिक १.५ लाख की सीमान्‍तर्गत आय से कटौती योग्‍य है।


डाकघर सा‍वधि जमा खाता (TD A/C)


१ * १, २, ३ एवं ५ वर्ष में देय ब्‍याज क्रमश: 8.4%, 8.4%, 8.4% एवं 8.5% है।

२ * इसमें न्‍यनतम निवेश २०० रूपए तथा २०० के गुणक में किया जा सकता है।

३ * इसमें जमा की कोई सीमा नहीं है।

४ * ५ वर्षीय डाकघर सवधि जमा खाते में १.५ लाख तक वार्षिक निवेश आयकर की धारा 80-C के तहत आय से कटौती (छूट) योग्‍य है। स्रोत पर आयकर की कोई कटौती नहीं है।


१५ वर्षीय लोक भविष्‍य निधि खाता (P.P.F. A/C)


१ * 8.7% वार्षिक चक्रवृद्धि ब्‍याज प्राप्‍त होता है।

२ * अभिभावक स्‍वयं या अवयस्‍क के बदले में भी खाता खोल सकते हैं।

३ * एक वित्‍तीय वर्ष में न्‍यूनतम राशि ५०० रूपए तथा अधिकतम एक लाख पचास हजार रूपए की राशि एक मुश्‍त या १२ किश्‍तों में जमा कर सकते हैं।

४ * खाते मुख्‍य डाकघरों, सेलेक्‍शन ग्रेड के उप डाकघरों, भारतीय स्‍टेट बैंक एवं अन्‍य राष्‍ट्रीय बैंकों व उनकी अधिकृत शाखाओं में खोले जा सकते हैं।

५ * एक वित्‍तीय वर्ष में एक लाख पचास हजार रूपए तक जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80-C के तहत नियमानुसार आय से कटौती योग्‍य है।

६ * ब्‍याज आयकर से पूरी तरह मुक्‍त है।

७ * खाता खोलने के ७वें वर्ष से निकासी एवं तीसरे वर्ष से ऋण की सुविधा उपलब्‍ध है।


५ वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता (R.D. A/C)


१ * इस पर ब्‍याज 8.4% देय है।

२ * यदि १० रूपए से खाता खोला जाता है, तो ५ साल बाद ७४६.५३ देय होते हैं।

३ * न्‍यनतम निवेश १० रूपए प्रतिमाह या ५ रूपए के गुणकों में, अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।

४ * परिपक्‍व खातों को बढ़ाने की अत्‍यंत लाभकारी सुविधा भी उपलब्‍ध है।

५ * ५० रूपए तक की राशि पर बीमे की भी सुविधा है।

६ * स्रोत पर आयकर की कोई कटौती नहीं है।


५ वर्षीय राष्‍ट्रीय बचत पत्र आठवां निर्गम (N.S.C. 8th Issue)


१ * 8.5% वार्षिक चक्रवृद्धि ब्‍याज छमाही हिसाब से गणनीय होता है।

२ * १०० रूपए ५ वर्ष के बाद १५१.६२ रूपए हो जाते हैं।

३ * इसमें न्‍यूनतम निवेश की राशि १०० रूपए है और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।

४ * आयकर की धारा 80-C के अन्‍तर्गत एक लाख पचास हजार रूपए तक वार्षिक निवेश नियमानुसार आय से कटौती योग्‍य है। वार्षिक प्रोदभूद ब्‍याज धारा 80-C के तहत वार्षिक एक लाख पचास हजार की सीमान्‍तर्गत आय से कटौती योग्‍य है।


५ वर्षीय डाकघर मासिक आय योजना (M.I.S. A/C)


१ * ब्‍याज 8.4% वार्षिक, मासिक देय है।

२ * इसमें न्‍यूनतम निवेश १५०० व इसी मूल्‍य वर्ग में एकल खाते में अधिकतम चार लाख पचास हजार रूपए तक तथा संयुक्‍त खाते में ९ लाख निवेश की सीमा है।

३ * स्रोत पर आयकर कटौती योग्‍य है।


५ वर्षीय वरिष्‍ठ नागरिक बचत योजना (S.C.S.S. 2004)


१ * इस पर 9.2% वार्षिक ब्‍याज त्रैमासिक ३१ मार्च, ३० जून, ३० सितंबर व ३१ दिसंबर को देय होता है।

२ * परिपक्‍वता के बाद ३ वर्ष हेतु बढ़ाने की सुविधा उपलब्‍ध है।

३ * ६० वर्ष या अधिक उम्र के निवासी व्‍यक्ति तथा ५५ वर्ष से अधिक लेकिन ६० वर्ष से कम उम्र के वे व्‍यक्ति जो सेवानिवृत्‍त हो चुके हैं, सेवानिवृत्‍त लाभांश प्राप्‍त होने के एक माह के अंदर खाते खोल सकते हैं।

४ * इसमें न्‍यूनतम निवेश की राशि १००० रूपए है। व उसके गुणकों में अधिकतम १५ लाख तक है।

५ * रक्षा सेवाओं के सेवानिवृत्‍त व्‍यक्तियों (नागरिक रक्षा कर्मचारि‍यों केा छोड़कर) द्धारा भी अन्‍य शर्तों सहित खाते खोले जा सकते हैं। तथा उन पर उपरोक्‍त उम्र सम्‍बंधी शर्तें लागू नहीं होतीं।

६ * फार्म नंबर 15G/15H भरकर देने पर स्रोत पर आयकर कटौती नहीं होगी।


७ * एक लाख पचास हजार तक वार्षिक निवेश आयकर की धारा 80-C के तहत आय से कटौती (छूट) योग्‍य है।