बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में दर्ज होगी बायोमीट्रिक अटेंडेंस
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2015 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। स्टूडेंट्स का थंब इम्प्रेशन लेने के साथ ही उसकी वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी। ताकि परीक्षा में किसी अभ्यर्थी के स्थान पर कोई मुन्नाभाई न बैठ सके। प्रवेश परीक्षा के समय लिए गए थंब इम्प्रेशन व वीडियोग्राफी को देखकर ही स्टूडेंट्स की प्रवेश काउंसलिंग की जाएगी। इस बार परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी लखनऊ विश्वविद्यालय को दी गई है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य नोडल अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि बीएड प्रवेश परीक्षा में बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इससे फर्जीवाड़ा कर दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा देना मुमकिन नहीं होगा। बीएड प्रवेश परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 10 फरवरी से उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाने की जो व्यवस्था की गई है, उसके तहत एक स्टूडेंट का थंब इंप्रेशन के साथ वीडियोग्राफी मात्र आठ सेकेंड में कर ली जाएगी। प्रवेश परीक्षा के केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 10 फरवरी से उपलब्ध होंगे। यह ऑनलाइन आवेदन फॉर्म एलयू की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in व www.upbed.nic.in पर उपलब्ध होंगे। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 7 मार्च तक उपलब्ध रहेगा। 9 मार्च को ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख होगी। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख 10 मार्च निर्धारित की गई है। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन 25 अप्रैल को किया जाएगा।
एलयू में ऑनलाइन जमा होगी फीस
प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले पकड़े जाएंगे, 10 फरवरी से मिलेंगे ऑनलाइन फॉर्म
शिक्षकों के पद भरने व ऑटोमेशन पर होगा विशेष जोर
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने लखनऊ विवि को मॉडल विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। इसके लिए शासन ने विवि से प्रस्ताव मांगा है। बुधवार को इस संबंध में कुलपति प्रो. एसबी निमसे की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। मॉडल विवि के रूप में लविवि को विकसित करने के लिए पहला चरण 2016, दूसरा चरण 2020 में तथा 2025 में योजना का तीसरा चरण पूरा होगा। लविवि कुलपति प्रो. एसबी निमसे के अनुसार पहले चरण में लविवि को देश के टॉप-10 विवि में लाने की है। फिलहाल लविवि 123वें नंबर पर है। दूसरे चरण के तहत 2020 तक विवि को विश्व के 200 पहले संस्थानों में लाना है जबकि तीसरे चरण में 2025 तक लविवि को विश्व के बेहतरीन विवि के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। नैक मूल्यांकन के समय विवि में सेमेस्टर प्रणाली और आटोमेशन न होने तथा शिक्षकों के पद खाली रहने के कारण ए ग्रेड से वंचित रहना पड़ा था। इसलिए पहला फोकस विवि के शिक्षकों के कुल 516 में से खाली पड़े 193 पदों को भरने तथा ऑटोमेशन पर है।
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में डिग्री, माइग्रेशन और बाकी कार्यों के लिए फीस ऑनलाइन जमा की जाएगी। फीस ऑनलाइन जमा होने के कारण विवि के कैशियर कार्यालय को बंद कर दिया जाएगा। बुधवार को विवि में हुई वित्त समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी। बैठक में बीएड प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए बजट का आवंटन भी किया गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने गत साल से ही स्टूडेंट्स को डिग्री, माइग्रेशन आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन की घोषणा की थी। यह घोषणा अब धरातल पर उतरने वाली है। बुधवार को हुई वित्त समिति की बैठक में तय किया गया कि डिग्री, माइग्रेशन के साथ ही सभी प्रकार की फीस अब ऑनलाइन ही जमा होगी। इस फैसले के बाद विवि ने डिग्री और माइग्रेशन के ऑनलाइन आवेदन सुविधा की ओर एक कदम और बढ़ा दिया है। वित्त समिति की बैठक में बीएड प्रवेश परीक्षा के आयोजन के बजट पर भी विचार किया गया। राज्य स्तरीय बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन इस साल लविवि द्वारा किया जा रहा है। प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए 23 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया। समिति ने विवि में निर्मार्णाधीन ओएनजीसी भवन के लिए 79 लाख रुपये का बजट जारी किया।
अरेबिक और संस्कृत विभाग में फीस में मिलेगी छूट
पिछले काफी समय से लविवि के संस्कृत और अरेबिक विभागों में चलने वाले कोर्स को लेकर काफी विवाद है। विवि दोनों विभागों में चलने वाले पाठ्यक्रमों के लिए फीस की वसूली करता है। बैठक में तय किया गया कि अरेबिक विभाग में चलने वाले पाठ्यक्रमों और संस्कृत विभाग के शास्त्री और आचार्य पाठ्यक्रमों की फीस में शासन द्वारा मिलने वाली प्रति छात्र 1326 रुपये की सहायता राशि घटाकर फीस का निर्धारण किया जाएगा।
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2015 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। स्टूडेंट्स का थंब इम्प्रेशन लेने के साथ ही उसकी वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी। ताकि परीक्षा में किसी अभ्यर्थी के स्थान पर कोई मुन्नाभाई न बैठ सके। प्रवेश परीक्षा के समय लिए गए थंब इम्प्रेशन व वीडियोग्राफी को देखकर ही स्टूडेंट्स की प्रवेश काउंसलिंग की जाएगी। इस बार परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी लखनऊ विश्वविद्यालय को दी गई है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार व बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य नोडल अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि बीएड प्रवेश परीक्षा में बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इससे फर्जीवाड़ा कर दूसरे के स्थान पर बैठकर परीक्षा देना मुमकिन नहीं होगा। बीएड प्रवेश परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 10 फरवरी से उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाने की जो व्यवस्था की गई है, उसके तहत एक स्टूडेंट का थंब इंप्रेशन के साथ वीडियोग्राफी मात्र आठ सेकेंड में कर ली जाएगी। प्रवेश परीक्षा के केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 10 फरवरी से उपलब्ध होंगे। यह ऑनलाइन आवेदन फॉर्म एलयू की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in व www.upbed.nic.in पर उपलब्ध होंगे। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 7 मार्च तक उपलब्ध रहेगा। 9 मार्च को ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख होगी। ऑनलाइन आवेदन फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख 10 मार्च निर्धारित की गई है। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन 25 अप्रैल को किया जाएगा।
एलयू में ऑनलाइन जमा होगी फीस
प्रवेश परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले पकड़े जाएंगे, 10 फरवरी से मिलेंगे ऑनलाइन फॉर्म
शिक्षकों के पद भरने व ऑटोमेशन पर होगा विशेष जोर
लखनऊ। प्रदेश सरकार ने लखनऊ विवि को मॉडल विश्वविद्यालय के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। इसके लिए शासन ने विवि से प्रस्ताव मांगा है। बुधवार को इस संबंध में कुलपति प्रो. एसबी निमसे की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। मॉडल विवि के रूप में लविवि को विकसित करने के लिए पहला चरण 2016, दूसरा चरण 2020 में तथा 2025 में योजना का तीसरा चरण पूरा होगा। लविवि कुलपति प्रो. एसबी निमसे के अनुसार पहले चरण में लविवि को देश के टॉप-10 विवि में लाने की है। फिलहाल लविवि 123वें नंबर पर है। दूसरे चरण के तहत 2020 तक विवि को विश्व के 200 पहले संस्थानों में लाना है जबकि तीसरे चरण में 2025 तक लविवि को विश्व के बेहतरीन विवि के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। नैक मूल्यांकन के समय विवि में सेमेस्टर प्रणाली और आटोमेशन न होने तथा शिक्षकों के पद खाली रहने के कारण ए ग्रेड से वंचित रहना पड़ा था। इसलिए पहला फोकस विवि के शिक्षकों के कुल 516 में से खाली पड़े 193 पदों को भरने तथा ऑटोमेशन पर है।
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में डिग्री, माइग्रेशन और बाकी कार्यों के लिए फीस ऑनलाइन जमा की जाएगी। फीस ऑनलाइन जमा होने के कारण विवि के कैशियर कार्यालय को बंद कर दिया जाएगा। बुधवार को विवि में हुई वित्त समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बनी। बैठक में बीएड प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए बजट का आवंटन भी किया गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने गत साल से ही स्टूडेंट्स को डिग्री, माइग्रेशन आदि के लिए ऑनलाइन आवेदन की घोषणा की थी। यह घोषणा अब धरातल पर उतरने वाली है। बुधवार को हुई वित्त समिति की बैठक में तय किया गया कि डिग्री, माइग्रेशन के साथ ही सभी प्रकार की फीस अब ऑनलाइन ही जमा होगी। इस फैसले के बाद विवि ने डिग्री और माइग्रेशन के ऑनलाइन आवेदन सुविधा की ओर एक कदम और बढ़ा दिया है। वित्त समिति की बैठक में बीएड प्रवेश परीक्षा के आयोजन के बजट पर भी विचार किया गया। राज्य स्तरीय बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन इस साल लविवि द्वारा किया जा रहा है। प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए 23 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया। समिति ने विवि में निर्मार्णाधीन ओएनजीसी भवन के लिए 79 लाख रुपये का बजट जारी किया।
अरेबिक और संस्कृत विभाग में फीस में मिलेगी छूट
पिछले काफी समय से लविवि के संस्कृत और अरेबिक विभागों में चलने वाले कोर्स को लेकर काफी विवाद है। विवि दोनों विभागों में चलने वाले पाठ्यक्रमों के लिए फीस की वसूली करता है। बैठक में तय किया गया कि अरेबिक विभाग में चलने वाले पाठ्यक्रमों और संस्कृत विभाग के शास्त्री और आचार्य पाठ्यक्रमों की फीस में शासन द्वारा मिलने वाली प्रति छात्र 1326 रुपये की सहायता राशि घटाकर फीस का निर्धारण किया जाएगा।
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