काउंसलिंग केंद्रों पर सज रही कॉलेजों की दुकानें
जागरण संवाददाता, बरेली : बीएड कॉलेजों में ताला लगने की नौबत क्या आई कि कॉलेजों ने एडमिशन के लिए काउंसलिंग केंद्रों की ही दौड़ लगानी शुरू कर दी। काउंसलिंग को आए अभ्यर्थियों को पूरे जोर से रिझाने में लगे हैं ताकि कुछ एडमिशन उनके कॉलेज में हो सकें। इस बार अभ्यर्थियों की संख्या कम होने से कई बीएड कॉलेज बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं।
बीएड की सीटें भरने का संकट कॉलेजों पर मंडराने लगा है। बुधवार को रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कई बीएड कॉलेज के एजेंट नजर आए जो अभ्यर्थियों को अपने-अपने यहां एडमिशन की स्कीम गिना रहे थे।
कई अपने साथ डीडी भी बनवाकर लाए ताकि अभ्यर्थी को एडमिशन के लिए रिझा सकें। कई कॉलेजों ने विवि के बाहर जहां होर्डिग लगा रखी हैं तो काउंसलिंग स्थल पर कॉलेजों के पंफलेट ही पंफलेट नजर आए। अब कॉलेजों को बीएड कक्षाएं संचालित करने की चिंता सताने लगी है।
काउंसलिंग के रिजल्ट ने बढ़ाई चिंता
फर्स्ट च्वाइस फिलिंग का परिणाम अभी नहीं आया है जिसके चलते कॉलेज लॉक कर चुके अभ्यर्थी अब चिंतित हो रहे हैं। सात जून को रिजल्ट जारी होना था लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि काउंसलिंग में अभ्यर्थियों की संख्या कम होने से रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है। अगर काउंसलिंग की बात करें तो बुधवार को भी पचास फीसद से कम अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई। विवि में 690 अभ्यर्थी थे जिसमें 262 और केसीएमटी में सात सौ में से 281 ने ही काउंसलिंग कराई।
काउंसलिंग के रिजल्ट ने बढ़ाई चिंता
फर्स्ट च्वाइस फिलिंग का परिणाम अभी नहीं आया है जिसके चलते कॉलेज लॉक कर चुके अभ्यर्थी अब चिंतित हो रहे हैं। सात जून को रिजल्ट जारी होना था लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि काउंसलिंग में अभ्यर्थियों की संख्या कम होने से रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है। अगर काउंसलिंग की बात करें तो बुधवार को भी पचास फीसद से कम अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई। विवि में 690 अभ्यर्थी थे जिसमें 262 और केसीएमटी में सात सौ में से 281 ने ही काउंसलिंग कराई।