ब्यूरो/अमर उजाला, पीलीभीत : दो माह के वेतन का भुगतान न होने के विरोध में समायोजित
शिक्षकों के दो गुटों ने अलग-अलग स्थानों पर धरना-प्रदर्शन किए। बीएसए
कार्यालय परिसर में समायोजित शिक्षक धरनास्थल पर लेखा विभाग के किसी
कर्मचारी के पहुंचने पर लिपिकों से जा भिड़े। वहीं दूसरे गुट ने कलक्ट्रेट
पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा और वेतन और अवशेष देयों का भुगतान
कराने की मांग की।
शिक्षामित्र संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में
समायोजित शिक्षकों ने सोमवार को बीएसए कार्यालय परिसर में लेखा विभाग के
खिलाफ नारेबाजी कर धरना दिया। जिलाध्यक्ष सुरेशचंद्र राठौर ने कहा कि लेखा
विभाग सुविधा शुल्क के चलते अप्रैल और मई का वेतन नहीं दे रहा है, जबकि
शिक्षकों का वेतन तय समय पर भेजा चुका है। इस भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया
जाएगा। इस बीच धरनास्थल पर लेखा विभाग के किसी लिपिक या कर्मचारी के न
पहुंचने पर शिक्षक लेखा विभाग जा धमके। वेतन न देने को लेकर शिक्षकों व
लिपिकों के बीच नोकझोंक हो गई, जिस पर मौजूद लिपिकों ने बताया कि समायोजित
शिक्षकों को वेतन 14 जून तक हर हाल में मिल जाएगा। जिलाध्यक्ष ने तय तिथि
तक वेतन न मिलने पर 15 जून को पुन: धरना देने की चेतावनी दी। धरना देने
वालों में ज्ञानेंद्र भोजवाल, प्रभुदयाल, कुंदन सिंह, राधाकृष्ण कुशवाहा,
रामशरण, राकेश कुमार, राम शर्मा, श्यामलाल आदि शामिल रहे। इधर प्राथमिक
शिक्षामित्र शिक्षक संघ के तत्वावधान में समायोजित शिक्षकों ने कलक्ट्रेट
पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बकाया वेतन व अवशेष
भुगतान कराने की मांग की। डीएम से जल्द वेतन दिलवाने का आश्वासन दिया।
प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष राम सिंह राठौर, दिनेश चंद्र,
राजकुमार, भजनलाल, विजयशंकर, सीमा राना, नोखेलाल, लालाराम, शांतिस्वरूप,
लतादर्शनी, शबनमजहां, हरीश कुमार, अकील अहमद आदि शामिल रहे।
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