जागरण संवाददाता, आगरा: बीएसए और लेखाधिकारी के बीच चल रही खींचतान में
परिषदीय विद्यालयों के हजारोंशिक्षकों का वेतन अटक गया है। इससे शिक्षकों
में आक्रोश है।
बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्ति और ट्रांसफर को लेकर बीएसए और लेखाधिकारी के बीच तनातनी चल रही है। इसके चलते बीएसए ने पिछले दिनों लेखा कार्यालय में तैनात सभी शिक्षकों को रिलीव कर उनके विद्यालय में भेजने की बात कही थी। इससे वेतन का काम देखने वाले शिक्षक के न आने से परेशानी खड़ी हो गई। समय से वेतन संबंधी काम नहीं हो सका। ऐसे में सात अगस्त तक शिक्षकों के खाते में वेतन नहीं पहुंचा। इसकी वजह कंप्यूटर व सॉफ्टवेयर का जानकार न होने के कारण वेतन का काम अटका है। वेतन न मिलने से शिक्षकों में आक्रोश है। उनका कहना है कि अधिकारियों की खींचतान में शिक्षकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को शिक्षकों के दबाव को देखते हुए लेखाधिकारी ने कंप्यूटर का काम देखने वाले शिक्षक को बुला लिया। ऐसे में दो-तीन दिन में वेतन जारी होने की संभावना जताई जा रही है। लेखाधिकारी केएन सारस्वत का कहना है कि तकनीकी समस्या के चलते शिक्षकों का वेतन लेट हो गया। जल्द वेतन खातों में पहुंच जाएगा।
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बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्ति और ट्रांसफर को लेकर बीएसए और लेखाधिकारी के बीच तनातनी चल रही है। इसके चलते बीएसए ने पिछले दिनों लेखा कार्यालय में तैनात सभी शिक्षकों को रिलीव कर उनके विद्यालय में भेजने की बात कही थी। इससे वेतन का काम देखने वाले शिक्षक के न आने से परेशानी खड़ी हो गई। समय से वेतन संबंधी काम नहीं हो सका। ऐसे में सात अगस्त तक शिक्षकों के खाते में वेतन नहीं पहुंचा। इसकी वजह कंप्यूटर व सॉफ्टवेयर का जानकार न होने के कारण वेतन का काम अटका है। वेतन न मिलने से शिक्षकों में आक्रोश है। उनका कहना है कि अधिकारियों की खींचतान में शिक्षकों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को शिक्षकों के दबाव को देखते हुए लेखाधिकारी ने कंप्यूटर का काम देखने वाले शिक्षक को बुला लिया। ऐसे में दो-तीन दिन में वेतन जारी होने की संभावना जताई जा रही है। लेखाधिकारी केएन सारस्वत का कहना है कि तकनीकी समस्या के चलते शिक्षकों का वेतन लेट हो गया। जल्द वेतन खातों में पहुंच जाएगा।
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