शिक्षक भर्ती में नहीं मिलेंगे फर्जी अभ्यर्थी, शिक्षक भर्ती में होने वाले फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने की तैयारी

शिक्षक भर्ती में होने वाले फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने की तैयारी है। बीटीसी 2015 में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थी के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन हर हाल में होगा। सभी अंकपत्र व प्रमाणपत्रों की जांच प्रवेश लेने के बाद एक माह के अंदर पूरी करानी होगी, जो संस्थान इसमें आनाकानी करेंगे उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने आदेश जारी कर दिया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में पिछले वर्षो में हुई भर्तियों में कई शिक्षक फर्जी मिले हैं। सूबे के हरदोई आदि कई जिलों में अभिलेखों के सत्यापन में गड़बड़ी पकड़ी गई। ऐसे शिक्षक बर्खास्त और उन पर एफआइआर भी हुई है। इसमें विभागीय अफसरों की कार्यशैली के साथ ही महकमे की भी किरकिरी हुई। इसे रोकने के लिए अब बीटीसी में दाखिले के साथ ही अभिलेखों का सत्यापन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इस संबंध में पिछले वर्षो में भी निर्देश दिए गए, लेकिन अफसरों ने हीलाहवाली करके सत्यापन नहीं कराया। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव नीना श्रीवास्तव ने सभी डायट प्राचार्यो को कड़ा पत्र भेजा है कि प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही सत्यापन भी उसी तेजी के साथ कराए। हर हाल में एक माह के अंदर सभी सत्यापन करा लिए जाएं और जो अभ्यर्थी फर्जी मिले उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई हो।

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