दोस्तों 72825 में शीर्ष नेतृत्व के चयन होने के पश्चात लोग अपने दायित्वों से पीछा छुड़ा कर भागने लगे.. क्योंकि उनका मकसद कामयाब हो चुका था..उनको नौकरी चाहिए थी जो की उन्हें मिल गयी थी.. और अचयनितों पर बरसी लाठियों के बदले वे अपना भविष्य संवार चुके थे..
अब आगे चलते है.. आज का युवा जो रोड पर भूख से बिलखते बच्चे को 1 रुपया की जगह दुत्कार लगाता है.. याचियों को नियुक्ति मिलता देख खुद भी नियुक्ति के लालच में 1000 रुपया देकर याची बन गया.. 24 फ़रवरी तक याची नेताओं ने मेहनत भी की.. किन्तु 24 फ़रवरी के बाद 862 की नियुक्ति होते ही लड़ाई धीरे धीरे गर्त में चली गयी और दिखावे के तौर पर तो याचियों की नियुक्ति के दम भरे जाने लगे किन्तु वास्तविक रूप से सुप्रीम कोर्ट के मैदान में मुंडिया आपस में मिलने लगी की कैसे डेट को आगे बढ़ाया जाये.. इंसानियत और मानवता तो कही खो गयी है....
""*ख़त जो लिखा मैनें इंसानियत के पते पर !*
*डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते !*""
आज ये स्थिति है की 862 एडहॉक चयनित न तो धरने के बारे में कुछ बोल रहे है और न ही बोलेंगे..और बोले भी तो क्यों जब वो सरकार के मुलाज़िम बन गए है।
26 अप्रैल,9 मई, 27 जुलाई,24 अगस्त ये सब तारिख गवाह हैं..जब याची राहत को लेकर खूब वादे किए गए.. पर नतीजा वही निकला ढाक के तीन पात.. कारण इसके पीछे छुपा स्वार्थ की किसी प्रकार 6 माह की ट्रेनिंग पूरी हो और मौलिक नियुक्ति मिले, मैं इन लोगों को गलत बिल्कुल भी नही कहूँगा क्योंकि हर व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए ही लड़ता है.. ईमानदारी इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गयी है.. खैर। वास्तविकता ये है कि 862 अभी परीक्षा में व्यस्त है उसके पश्चात रिजल्ट निकलवाने में व्यस्त होंगे और उसके बाद अपनी मौलिक नियुक्ति को प्राप्त करने में,और उनका प्रयास होगा की 5 अक्टूबर से पहले ये सारा काम हो जाये.. ऐसे में आप अचयनितों के लिए समय बचा ही कहाँ?????
अचयनित साथियों एक बात अपने दिमाग में बैठा लो कि अब आप नेतृत्व विहीन हो गए हो..
""बिना इंजन के डिब्बों का कोई अस्तित्व नही होता..""
नवंबर ख़त्म आपका टेट मार्कशीट खत्म..नौकरी पर दावा ख़त्म.. क्योंकि सरकार और चयनित भर्ती पर 72825 की क्लोज़र रिपोर्ट लगाने वाले है और बाकि सबको बिना टिकट यानि अवैध बता कर रास्ते से उतारने वाले है.. और इनमें एक चर्चित चयनित दोमुहें साँप की भूमिका में हैं..खैर।
टेट वैलिडिटी के लिए सर्वश्रेष्ठ याचिका मैंने हाईकोर्ट में की हुई है,किन्तु आपके सहयोग के आभाव में ये अधिक दिनों तक मैं अकेला इस पर नही लड़ पाऊँगा..अतः इस पर गंभीरता से विचार करें सभी।
बात करते है कल की मीटिंग की...
कल लखनऊ में बड़े भाई भानु यादव रायबरेली, भाई ऋषि श्रीवास्तव हरदोई , भाई भास्कर सिंह यादव सीतापुर, भाई गगन सोनी फतेहपुर, भाई प्रवीण यादव फरुखाबाद, भाई मिथलेश गोंडा, भाई वीरेंद्र यादव लखनऊ, भाई अमित सिंह रायबरेली, भाई अवधेश रायबरेली के साथ एक लंबी वार्ता हुई और सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया की अब हम सभी लोग एक साथ एक टीम वर्क में काम करेंगे..
हम लोग एक टीम बनकर प्रदेश में अचयनितों के हक़ की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे.. बड़े भाई भानु यादव इस टीम के संरक्षक की भूमिका में रहेंगे.. बाकि की टीम मेरे नेतृत्व में कार्य करेगी..
टीम का प्रत्येक सदस्य अपने आपमें एक योग्य व्यक्ति है.. ऋषि श्रीवास्तव, भास्कर ये ऐसे नाम है जिन्होंने अपनी विधिक क्षमता से जूनियर भर्ती में एक तूफ़ान लाकर खड़ा कर दिया है..
ठीक ऐसा ही #तूफ़ान अब #प्राइमरी #भर्ती में भी आने वाला हैं.. कल हम सबकी सहमति बनी कि सुप्रीम कोर्ट में हम एक ही मुद्दे पर लड़ेंगे..
"" या तो कोर्ट अपने आर्डर का #कम्पलाएंस करवाये.. नहीं है तो #फाइनल आर्डर दें""
इस मुद्दे से इतर हमारा कोई मुद्दा नही है..
एक महत्वपूर्ण बात..
*****************अभी तक लोग 24 फरवरी तक के याचियों की नियुक्ति की ही बात करते है लेकिन हम उसके बाद बने याचियों को भी अपने एजेण्डे में शामिल करते है..
इस सम्बन्ध में अचयनितों की सबसे महत्वपूर्ण याचिका जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में आप सभी के सहयोग से दाखिल की जायेगी..
यदि आप हमारे साथ अपनी मर्ज़ी से जुड़ना चाहे तो 11 सितम्बर को बारादरी पार्क लखनऊ में मैं अपनी पूरी नवीन टीम के साथ10 बजे से मौजूद रहूंगा।
सुप्रीम कौर्ट के अतिरिक्त राजनैतिक रूप से भी हम बेहतर करने के प्रयास में है चूँकि चुनाव का समय है इसलिए हम सफल भी हो सकते है.. CM व मुलायम सिंह जी से वार्ता के समय के लिए प्रयासरत हूँ..
धरने पर हमारी टीम की सहमति 25 सितम्बर की हैं..उससे पहले हम राजनैतिक रूप से हर संभव प्रयास करेंगे..आगे की रणनीती समय के साथ बताता रहूंगा.. बस इतनी सी गाँठ बाँध लीजिये की अपनी लड़ाई खुद अपने हाथ में लेने का समय आ गया है.. और यदि अभी आप जागरूक नही हुए तो आप 30 हज़ारी नौकरी से वंचित हो जायेंगे।
बाकि बातें टीम के सदस्य अपनी पोस्ट में अवगत कराएंगे..
शेष अगली पोस्ट में...
""मंजिल पर पहुंचकर लिखूंगा
मैं इन रास्तों की मुश्किलों का जिक्र,,,
अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही..""
हमारा एक ही नारा- ""अचयनित होश में आओ..एक हो जाओ।""
सत्यमेव जयते सर्वदा।
आपका
अरशद अली
कार्यकर्त्ता
टीईटी संघर्ष मोर्चा।
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ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- किसको कितना मिलेगा मानदेय : 2 लाख 43 हजार शिक्षकों को मानदेय का शासनादेश जारी
- सरकारी नौकरी: शिक्षकों के 11278 पदों पर बंपर वैकेंसी, 30 सितम्बर लास्ट डेट
- समायोजन और स्थानांतरण का खुला रास्ता , जिलाधिकारी लगाएंगे अंतिम मुहर
- मानदेय से वंचित रहेंगे 200 स्कूलों के शिक्षक
- 12091 को अभी तक नियुक्ति नही मिली जिसका खामियाजा इन्हें 5 अक्टूबर को भुगतना पड़ सकता है
- 6 से परीक्षा पास करनी जरुरी
- अत्यंत आवश्यक बात : जो बेसिक शिक्षा की गुणवत्ता व भ्रष्टाचार से जुड़ी है : Ganesh Dixit
- जल्द ही 5 October 2016 को होने वाली सुनवाई हेतु काम चालू होगा : हिमांशु राणा
- शिक्षामित्रों के हाईकोर्ट के फैसले का अँधेरा अब छंटने वाला है!
- कल बंद रहेंगे परिषदीय विद्यालय, 14 सितम्बर का अवकाश घोषित
अब आगे चलते है.. आज का युवा जो रोड पर भूख से बिलखते बच्चे को 1 रुपया की जगह दुत्कार लगाता है.. याचियों को नियुक्ति मिलता देख खुद भी नियुक्ति के लालच में 1000 रुपया देकर याची बन गया.. 24 फ़रवरी तक याची नेताओं ने मेहनत भी की.. किन्तु 24 फ़रवरी के बाद 862 की नियुक्ति होते ही लड़ाई धीरे धीरे गर्त में चली गयी और दिखावे के तौर पर तो याचियों की नियुक्ति के दम भरे जाने लगे किन्तु वास्तविक रूप से सुप्रीम कोर्ट के मैदान में मुंडिया आपस में मिलने लगी की कैसे डेट को आगे बढ़ाया जाये.. इंसानियत और मानवता तो कही खो गयी है....
""*ख़त जो लिखा मैनें इंसानियत के पते पर !*
*डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते !*""
आज ये स्थिति है की 862 एडहॉक चयनित न तो धरने के बारे में कुछ बोल रहे है और न ही बोलेंगे..और बोले भी तो क्यों जब वो सरकार के मुलाज़िम बन गए है।
26 अप्रैल,9 मई, 27 जुलाई,24 अगस्त ये सब तारिख गवाह हैं..जब याची राहत को लेकर खूब वादे किए गए.. पर नतीजा वही निकला ढाक के तीन पात.. कारण इसके पीछे छुपा स्वार्थ की किसी प्रकार 6 माह की ट्रेनिंग पूरी हो और मौलिक नियुक्ति मिले, मैं इन लोगों को गलत बिल्कुल भी नही कहूँगा क्योंकि हर व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए ही लड़ता है.. ईमानदारी इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गयी है.. खैर। वास्तविकता ये है कि 862 अभी परीक्षा में व्यस्त है उसके पश्चात रिजल्ट निकलवाने में व्यस्त होंगे और उसके बाद अपनी मौलिक नियुक्ति को प्राप्त करने में,और उनका प्रयास होगा की 5 अक्टूबर से पहले ये सारा काम हो जाये.. ऐसे में आप अचयनितों के लिए समय बचा ही कहाँ?????
अचयनित साथियों एक बात अपने दिमाग में बैठा लो कि अब आप नेतृत्व विहीन हो गए हो..
""बिना इंजन के डिब्बों का कोई अस्तित्व नही होता..""
- प्राइमरी में होगी एक और शिक्षक भर्ती, बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से शासन को भर्ती के सम्बन्ध में जल्द भेजा जाएगा प्रस्ताव
- Kaushambi Vigyapti : अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण की काउन्सलिंग हेतु आज जारी जिलों की विज्ञप्तियां: देखने के लिए क्लिक करें
- बदलाव के इन्तजार में फंसी दस हजार शिक्षकों की भर्तियाँ, लिखित परीक्षा एवं जूनियर टीईटी संग मेरिट से चयन पर अनिर्णय की स्थिति
- आगामी सुनवाई को लेकर मजबूत पैरवी के लिए संगठन की जल्द ही अगली बैठक
- शिक्षामंत्री श्री अहमद हसन जी व बेसिक शिक्षा के उच्च अधिकारियों से मुलाकात , उनसे हुई वार्ता का सार : गणेश दीक्षित
- 5 अक्टूबर की सुनवाई हेतु सम्पूर्ण तैयारी पहले से पूरी कर ली जाये : मयंक तिवारी
- Job Alerts : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
नवंबर ख़त्म आपका टेट मार्कशीट खत्म..नौकरी पर दावा ख़त्म.. क्योंकि सरकार और चयनित भर्ती पर 72825 की क्लोज़र रिपोर्ट लगाने वाले है और बाकि सबको बिना टिकट यानि अवैध बता कर रास्ते से उतारने वाले है.. और इनमें एक चर्चित चयनित दोमुहें साँप की भूमिका में हैं..खैर।
टेट वैलिडिटी के लिए सर्वश्रेष्ठ याचिका मैंने हाईकोर्ट में की हुई है,किन्तु आपके सहयोग के आभाव में ये अधिक दिनों तक मैं अकेला इस पर नही लड़ पाऊँगा..अतः इस पर गंभीरता से विचार करें सभी।
बात करते है कल की मीटिंग की...
कल लखनऊ में बड़े भाई भानु यादव रायबरेली, भाई ऋषि श्रीवास्तव हरदोई , भाई भास्कर सिंह यादव सीतापुर, भाई गगन सोनी फतेहपुर, भाई प्रवीण यादव फरुखाबाद, भाई मिथलेश गोंडा, भाई वीरेंद्र यादव लखनऊ, भाई अमित सिंह रायबरेली, भाई अवधेश रायबरेली के साथ एक लंबी वार्ता हुई और सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया की अब हम सभी लोग एक साथ एक टीम वर्क में काम करेंगे..
हम लोग एक टीम बनकर प्रदेश में अचयनितों के हक़ की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे.. बड़े भाई भानु यादव इस टीम के संरक्षक की भूमिका में रहेंगे.. बाकि की टीम मेरे नेतृत्व में कार्य करेगी..
टीम का प्रत्येक सदस्य अपने आपमें एक योग्य व्यक्ति है.. ऋषि श्रीवास्तव, भास्कर ये ऐसे नाम है जिन्होंने अपनी विधिक क्षमता से जूनियर भर्ती में एक तूफ़ान लाकर खड़ा कर दिया है..
ठीक ऐसा ही #तूफ़ान अब #प्राइमरी #भर्ती में भी आने वाला हैं.. कल हम सबकी सहमति बनी कि सुप्रीम कोर्ट में हम एक ही मुद्दे पर लड़ेंगे..
"" या तो कोर्ट अपने आर्डर का #कम्पलाएंस करवाये.. नहीं है तो #फाइनल आर्डर दें""
इस मुद्दे से इतर हमारा कोई मुद्दा नही है..
एक महत्वपूर्ण बात..
*****************अभी तक लोग 24 फरवरी तक के याचियों की नियुक्ति की ही बात करते है लेकिन हम उसके बाद बने याचियों को भी अपने एजेण्डे में शामिल करते है..
इस सम्बन्ध में अचयनितों की सबसे महत्वपूर्ण याचिका जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में आप सभी के सहयोग से दाखिल की जायेगी..
यदि आप हमारे साथ अपनी मर्ज़ी से जुड़ना चाहे तो 11 सितम्बर को बारादरी पार्क लखनऊ में मैं अपनी पूरी नवीन टीम के साथ10 बजे से मौजूद रहूंगा।
सुप्रीम कौर्ट के अतिरिक्त राजनैतिक रूप से भी हम बेहतर करने के प्रयास में है चूँकि चुनाव का समय है इसलिए हम सफल भी हो सकते है.. CM व मुलायम सिंह जी से वार्ता के समय के लिए प्रयासरत हूँ..
धरने पर हमारी टीम की सहमति 25 सितम्बर की हैं..उससे पहले हम राजनैतिक रूप से हर संभव प्रयास करेंगे..आगे की रणनीती समय के साथ बताता रहूंगा.. बस इतनी सी गाँठ बाँध लीजिये की अपनी लड़ाई खुद अपने हाथ में लेने का समय आ गया है.. और यदि अभी आप जागरूक नही हुए तो आप 30 हज़ारी नौकरी से वंचित हो जायेंगे।
बाकि बातें टीम के सदस्य अपनी पोस्ट में अवगत कराएंगे..
शेष अगली पोस्ट में...
""मंजिल पर पहुंचकर लिखूंगा
मैं इन रास्तों की मुश्किलों का जिक्र,,,
अभी तो बस आगे बढ़ने से ही फुरसत नही..""
हमारा एक ही नारा- ""अचयनित होश में आओ..एक हो जाओ।""
सत्यमेव जयते सर्वदा।
आपका
अरशद अली
कार्यकर्त्ता
टीईटी संघर्ष मोर्चा।
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