PCS 2017: नए-पुराने के चक्कर में बढ़ी परीक्षा, फिलहाल पुराने पैटर्न पर ही मई में परीक्षा कराने की तैयारी, पैटर्न में बदलाव के लिए शासन को भेजा गया था प्रस्ताव

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग ने अपनी सबसे अहम परीक्षा पर खुद ही पेंच फंसा दिया है। जिस तरह से सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा यानी पीसीएस 2017 का नोटीफिकेशन जारी होने में विलंब हुआ और पिछले माह में एकाएक कार्यशाला आयोजित की गई।
उसी से स्पष्ट था कि अब पहले से घोषित तारीख पर परीक्षा कराना संभव नहीं है। आयोग के अफसर परीक्षा टलने की बात अब सीधे-सीधे कह रहे हैं। आयोग में आपसी टकराव इतना अधिक है कि अभी तक नई तारीखों पर सहमति नहीं बन सकी है, मई में परीक्षा कराने की अटकलें तेज हैं। 1उप्र लोकसेवा आयोग की ओर से होने वाली पीसीएस की मुख्य परीक्षा का पैटर्न संघ लोकसेवा आयोग की तर्ज पर होना है। यह बदलाव सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं होना है, बल्कि सभी राज्य आयोग इस दिशा में बढ़ चले हैं। बताते हैं कि आयोग ने मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव का प्रस्ताव शासन को भेजा था। शासन ने कुछ बिंदुओं पर आपत्ति की और नये सिरे से दोबारा प्रस्ताव मांगा। इसीलिए आनन-फानन में कार्यशाला का आयोजन किया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके बाद आयोग ने यह तय किया कि पैटर्न बदलने के बाद ही परीक्षा कराएंगे, लेकिन इस मुद्दे पर अहम अफसर दो खेमों में बंट गए।
एक अधिकारी ने निर्देश दिया कि अब पुराने पैटर्न पर ही परीक्षा कराई जाए। इस पर जवाब मिला कि इतने कम समय में पुराने पैटर्न पर भी परीक्षा कराना संभव नहीं है।1ज्ञात हो कि पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा 19 मार्च और मुख्य परीक्षा 17 जुलाई से होना प्रस्तावित थी। सूत्र बताते हैं कि आयोग के अफसर अब पुराने पैटर्न पर ही परीक्षा कराने को सहमत हो गए हैं। प्रारंभिक परीक्षा मई माह में कराने के लिए कुछ तारीखों पर मंथन पर शुरू हुआ है, लेकिन अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। यही नहीं आयोग को प्रारंभिक के बाद मुख्य परीक्षा की तारीख भी बदलनी होगी। आयोग के सचिव अटल कुमार राय का कहना है कि परीक्षा की नई तारीखें बहुत जल्द जारी हो जाएंगी। पैटर्न को लेकर अभी कुछ नहीं कहेंगे, तारीख एलान के समय सारी स्थिति साफ हो जाएगी। 1नेक्स्ट के खिलाफ सड़क पर छात्र-डॉक्टर : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय एवं मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के खिलाफ मेडिकल छात्र एवं डॉक्टर बुधवार को सड़क पर उतरे। एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद होने वाली नेशनल एक्जिट टेस्ट पास करने पर डिग्री देने के खिलाफ मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज से आजाद पार्क तक जुलूस निकाला गया। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। विरोध -प्रदर्शन इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले हुआ। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आलोक मिश्र ने कहा कि छात्रों को डिग्री लेने के लिए परीक्षा देने का कोई औचित्य नहीं है।

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