प्रश्न 1:- जजमेंट कब आएगा?|
उत्तर:- जुलाई माह आरम्भ होते ही हमारे बीएड टेट उत्तीर्ण साथी, मा0 सर्वोच्च् न्यायालय द्वारा रिजर्व जजमेंट के डिलीवर होने की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं, साथ ही साथ प्रतिदिन कॉल करके पूछते रहते हैं।
1. कोर्ट द्वारा जारी होने वाली कॉज़ लिस्ट में एक नियत तिथि प्रकाशित कर, उक्त तिथि को कोर्ट में न्यायाधीश महोदय द्वारा जजमेंट का ऑपरेटिव पार्ट(मुख्य बिंदु) बोलकर शाम तक जजमेंट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता हैं। अथवा
2. जजमेंट को डायरेक्टली वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया जाता हैं। इसके लिए कोई तिथि निश्चित नहीं होती।
साथ ही साथ, सिवाय जस्टिस ललित व जस्टिस गोयल के अलावा न ही कोई अधिवक्ता न ही कोई कोर्ट कर्मचारी या नेता इत्यादि जजमेंट डिलीवर होने की तारीख से परिचित हैं। कोर्ट मास्टर सिर्फ पेंडिंग जजमेंट की सूची संबंधित जज के समक्ष रख सकता हैं, इसके अतिरिक्त जज ही जजमेंट डिलीवर करने की तिथि निर्धारित कर सकते हैं। इसके अलावा ये जो फेसबुक पर कुछ लोग जज के बेडरूम की भी खबर देते हैं वो सिर्फ आपको मूर्ख बनाकर तुक्का लगाने की आदत से मजबूर हैं।
प्रश्न 2:- जजमेंट डिलीवर होने की कोई समय-सीमा निर्धारित हैं?
उत्तर:- नहीं, सर्वोच्च् न्यायालय द्वारा जजमेंट डिलीवर करने की कोई समय-सीमा निर्धारित, कभी-कभार कुछ केसेस के जजमेंट वर्षों और महीनों डिलीवर नहीं होते। यद्यपि मा0 सर्वोच्च् न्यायालय ने स्वयं ही कुछ केसेस में, हाइकोर्ट को जजमेंट डिलीवर करने के संदर्भ में गाइडलाइन जारी किए हैं, जिसके अनुसार कोर्ट मास्टर प्रत्येक माह के आरम्भ में पेंडिंग जजमेंट वाले केसेस की लिस्ट तैयार कर जज के सामने रखे, यदि 3 माह के भीतर जजमेंट प्रोनाउंस न किया जाए तो कोई भी पार्टी उस जज के बेंच में एक ia फ़ाइल करके हियरिंग कराकर जजमेंट की डिमांड कर सकती हैं। फिर भी यदि 6 माह के भीतर जजमेंट प्रोनाउंस न हो सके तो कोई भी पार्टी चीफ जस्टिस के पास ia फ़ाइल करके तत्काल जजमेंट डिलीवर करने अथवा केस को दुबारा किसी दूसरे बेंच में ट्रांसफर करके पुनः सुनवाई करके जजमेंट डिलीवर करने की प्रेयर कर सकती हैं।
हालाँकि यह गाइडलाइन हाइकोर्ट एवम लोअर कोर्ट के लिए जारी किया गया हैं, जो फिलहाल सर्वोच्च् न्यायालय के लिए अभी तक किसी ने उपयोग नहीं किया हैं। साथ ही साथ कोई भी अधिवक्ता जजमेंट डिलीवर में देरी को इंगित करने हेतु IA डालकर किसी सीटिंग बेंच के सामने अपनी खराब इमेज नहीं बनाना चाहता हैं।
फ़िलहाल हमारी टीम जुलाई माह तक प्रतीक्षा करेगी और यदि जजमेंट जुलाई माह तक नहीं डिलीवर होता तो अगस्त माह में हम ia फ़ाइल कर कोर्ट से पेंडिंग जजमेंट डिलीवर करने की प्रार्थना करेंगे। इसके अतिरिक्त आप सभी को सलाह दूंगा कि जजमेंट डिलीवर होने के पश्चात भी इम्पलीमेंट करने में यू0पी0 सरकार कुछ टाइम ले सकती हैं अतः आप लोग अपने दक्षता अनुसार जो रोजगार अपनाए हुए हैं, उसे जारी रखें, आदेश के इम्प्लीमेंटेशन के दौरान आप सब इस प्रक्रिया में आ जाइयेगा। धन्यवाद्
____आपका दुर्गेश प्रताप सिंह
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1. कोर्ट द्वारा जारी होने वाली कॉज़ लिस्ट में एक नियत तिथि प्रकाशित कर, उक्त तिथि को कोर्ट में न्यायाधीश महोदय द्वारा जजमेंट का ऑपरेटिव पार्ट(मुख्य बिंदु) बोलकर शाम तक जजमेंट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाता हैं। अथवा
2. जजमेंट को डायरेक्टली वेबसाइट पर पब्लिश कर दिया जाता हैं। इसके लिए कोई तिथि निश्चित नहीं होती।
साथ ही साथ, सिवाय जस्टिस ललित व जस्टिस गोयल के अलावा न ही कोई अधिवक्ता न ही कोई कोर्ट कर्मचारी या नेता इत्यादि जजमेंट डिलीवर होने की तारीख से परिचित हैं। कोर्ट मास्टर सिर्फ पेंडिंग जजमेंट की सूची संबंधित जज के समक्ष रख सकता हैं, इसके अतिरिक्त जज ही जजमेंट डिलीवर करने की तिथि निर्धारित कर सकते हैं। इसके अलावा ये जो फेसबुक पर कुछ लोग जज के बेडरूम की भी खबर देते हैं वो सिर्फ आपको मूर्ख बनाकर तुक्का लगाने की आदत से मजबूर हैं।
प्रश्न 2:- जजमेंट डिलीवर होने की कोई समय-सीमा निर्धारित हैं?
उत्तर:- नहीं, सर्वोच्च् न्यायालय द्वारा जजमेंट डिलीवर करने की कोई समय-सीमा निर्धारित, कभी-कभार कुछ केसेस के जजमेंट वर्षों और महीनों डिलीवर नहीं होते। यद्यपि मा0 सर्वोच्च् न्यायालय ने स्वयं ही कुछ केसेस में, हाइकोर्ट को जजमेंट डिलीवर करने के संदर्भ में गाइडलाइन जारी किए हैं, जिसके अनुसार कोर्ट मास्टर प्रत्येक माह के आरम्भ में पेंडिंग जजमेंट वाले केसेस की लिस्ट तैयार कर जज के सामने रखे, यदि 3 माह के भीतर जजमेंट प्रोनाउंस न किया जाए तो कोई भी पार्टी उस जज के बेंच में एक ia फ़ाइल करके हियरिंग कराकर जजमेंट की डिमांड कर सकती हैं। फिर भी यदि 6 माह के भीतर जजमेंट प्रोनाउंस न हो सके तो कोई भी पार्टी चीफ जस्टिस के पास ia फ़ाइल करके तत्काल जजमेंट डिलीवर करने अथवा केस को दुबारा किसी दूसरे बेंच में ट्रांसफर करके पुनः सुनवाई करके जजमेंट डिलीवर करने की प्रेयर कर सकती हैं।
हालाँकि यह गाइडलाइन हाइकोर्ट एवम लोअर कोर्ट के लिए जारी किया गया हैं, जो फिलहाल सर्वोच्च् न्यायालय के लिए अभी तक किसी ने उपयोग नहीं किया हैं। साथ ही साथ कोई भी अधिवक्ता जजमेंट डिलीवर में देरी को इंगित करने हेतु IA डालकर किसी सीटिंग बेंच के सामने अपनी खराब इमेज नहीं बनाना चाहता हैं।
फ़िलहाल हमारी टीम जुलाई माह तक प्रतीक्षा करेगी और यदि जजमेंट जुलाई माह तक नहीं डिलीवर होता तो अगस्त माह में हम ia फ़ाइल कर कोर्ट से पेंडिंग जजमेंट डिलीवर करने की प्रार्थना करेंगे। इसके अतिरिक्त आप सभी को सलाह दूंगा कि जजमेंट डिलीवर होने के पश्चात भी इम्पलीमेंट करने में यू0पी0 सरकार कुछ टाइम ले सकती हैं अतः आप लोग अपने दक्षता अनुसार जो रोजगार अपनाए हुए हैं, उसे जारी रखें, आदेश के इम्प्लीमेंटेशन के दौरान आप सब इस प्रक्रिया में आ जाइयेगा। धन्यवाद्
____आपका दुर्गेश प्रताप सिंह
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