इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग की पीसीएस 2018 (प्रारंभिक)
परीक्षा टाले जाने को लेकर प्रतियोगी परीक्षार्थी विनीत पांडेय की मानें तो
आयोग पीसीएस 2018 को यूपीएससी के पैटर्न पर कराने जा रहा है लेकिन,
यूपीएससी की तरह परीक्षा का ठोस प्लान नहीं कर पा रहा है।
कहा कि परीक्षाएं
टलने से सामान्य प्रतियोगी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन पर
मनोवैज्ञानिक दबाव पड़ रहा है। आयोग की मनमानी और लेटलतीफी के चलते
अभ्यर्थी यह नहीं तय कर पा रहे हैं कि वे किस परीक्षा की तैयारी को
प्राथमिकता दें, क्योंकि साल की दूसरी छमाही में अन्य राज्यों व यूपीएससी
की मुख्य परीक्षा भी होनी है। कमल सिंह के मुताबिक तीन जून को यूपीएससी की
प्रारंभिक परीक्षा होनी है, 24 जून को आयोग पीसीएस 2018 की प्रारंभिक
परीक्षा करा लेता तो अभ्यर्थियों में तैयारी का क्रम न टूटता। जितेंद्र
सिंह की मानें तो परीक्षा की निर्धारित तारीख के बाद बदलाव से समयबद्ध
तैयारी पर विपरीत असर पड़ता है। आयोग को चाहिए कि पीसीएस जैसी अहम परीक्षा
का शेड्यूल ठोस बनाए।
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