- 68500 शिक्षक भर्ती और बीटीसी प्रशिक्षु बने सरकार की गले की फाश
- टीईटी अपीयरिंग मामले में सभी मामले 25 सितंम्बर को लगाने का आदेश
- सुप्रीम कोर्ट अपडेट: 28 नम्बर केस चल रहा है, शिक्षक भर्ती का केस 31 पर है। सुरक्षा की दृष्टि से मोबाइल जमा हो रहे है। अब सुनबाई के बाद अपडेट दी जायेगी
- AGRA: भर्ती निरस्त की आशंका से शिक्षकों में खलबली, जिले में 608 ने पाई तैनाती, 150 शिक्षा मित्र भी शामिल: शिक्षामित्रों पर पड़ेगी दोहरी मार
- जानिए कैसे विवादों में घिरती गई यूपी की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा
- सहायक शिक्षक भर्ती 2018 परीक्षा का परिणाम रद होने के आसार
- छात्रों, नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही भाजपा सरकार : अखिलेश
भर्ती में पहला विवाद तब उठा था जब सीटों की संख्या 68,500 से घटाकर 41,556 कर दी गई थी। इस वजह से लिखित परीक्षा क्वालिफाई करने वाले 6127 अभ्यर्थी नौकरी की दौड़ से बाहर हो गए थे। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप पर उनकी एंट्री हुई। सूत्रों की मानें तो विभाग में पुराने अपर मुख्य सचिव के समय ही तैनात एक अफसर की भूमिका इसके पीछे थी। उनके कहने पर ही सीटें घटाई गई थीं। इससे सरकार की किरकरी हुई और इस बहाने उठने वाले सवालों की आग से पूरी भर्ती झुलस गई।
वहीं, अब तक कार्रवाई के नाम पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तत्कालीन सचिव सुत्ता सिंह सस्पेंड की गई हैं। इस मामले में काउंसलिंग लेटर जारी करने, अयोग्य अभ्यर्थियों को जिला आवंटित करने और बार-बार नियमों को बदलने में बेसिक शिक्षा परिषद से हाल में हटाए गए अफसर की भी अहम भूमिका रही है। इनकी तैनाती के दौरान पहले भी हुईं भर्तियों में गड़बड़ी हुई है और गंभीर आरोप लग चुके हैं। फिलहाल, अपर मुख्य सचिव गन्ना संजय भुसरेड्डी की कमिटी के पास पूरे मामले की रिपोर्ट देने की मियाद छह दिन है। 17 सितंबर को हाई कोर्ट में इससे जुड़े मामले की अहम सुनवाई है। माना जा रहा है कि शासन इसके पहले कुछ और अफसरों की जिम्मेदारी तय कर उन पर कार्रवाई कर सकता है।
हाई कोर्ट में सुनवाई आज
भर्ती से जुड़े कुछ प्रकरणों की इलाहाबाद हाई कोर्ट में सोमवार को सुनवाई
भी है। इसमें कॉपी दिखाए जाने का भी मामला शामिल है। अब तक दिखाई गईं कॉपियों में भारी गड़बड़ी पाई गई है। एक अभ्यर्थी को कोर्ट के आदेश के बाद भी कॉपी नहीं मिली है। सोमवार को नए तथ्यों के आलोक में हाई कोर्ट के रुख का इंतजार रहेगा। कई दूसरे अभ्यर्थी भी जांच व नियुक्ति की मांग को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में है।
कॉपियां जलाने की शिकायतों की जांच शुरू
परीक्षा नियामक प्राधिकारी की सचिव सुत्ता सिंह को सस्पेंड किए जाने के कुछ देर बाद ही शनिवार को इलाहाबाद में परीक्षा से जुड़ी कॉपियां और अन्य अभिलेख जलाए जाने की खबरें आने लगीं। मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। शासन के निर्देश पर रविवार को बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह और सर्वशिक्षा अभियान के निदेशक वेदपति मिश्र इलाहाबाद पहुंच गए। वहां जिन कॉपियों को जलाए जाने के आरोप थे, उनसे जुड़े अभिलेख पलटे गए। इसकी पूरी रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी। वहीं, एससीईआरटी के निदेशक संजय सिन्हा ने बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव का चार्ज रविवार को ही रूबी सिंह को सौंप दिया। संजय सिन्हा से गड़बड़ी के बाद चार्ज लिया गया था।
- 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभी और भी घोटाले के लिए कुछ बाकी है.....आइए प्रस्तुत करते है कुछ घोटाले के अंश
- 68500 शिक्षक भर्तीः परीक्षा नियामक प्राधिकारी दफ्तर में कॉपियां और सरकारी अभिलेख जलाए, दैनिक जागरण की स्पेशल रिपोर्ट
- BJP नेता ने योगी पर उठाए सवाल, कहा- केशव होते CM तो नहीं करने पड़ते जातीय सम्मेलन
- 68500 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में प्रथम दृष्टया में पाई गई अनियमितताओं के लिए श्रीमती सुत्ता सिंह सचिव को शासन ने किया निलंबित, देखें निलंबन के आदेश की आधिकारिक प्रति
- 68500 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अभ्यर्थियों का बड़ा प्रदर्शन, अभ्यर्थियों ने लगाई गोमती नदी में छलांग, कट ऑफ घटाकर नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थी
- पीएनपी इलाहबाद: परीक्षा नियामक प्राधिकारी एवम रजिस्ट्रार को हटाये जाने के बाद, पी एन पी पे जलाए जा रहे हैं ओएमआर(OMR) एवम सेमेस्टर के परीक्षाफल के अंक पत्र एवम अन्य दस्तावेज
- 68500 शिक्षक भर्ती घोटाला: मुख्यमंत्री ने सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में संज्ञान में आयी अनियमित्ताओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की, कमेटी 7 दिन में सौंपेगी अपनी आख्या, नए अधिकारियों को किया तैनात: क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर