इलाहाबाद:योगी सरकार में
हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद हडकंप मच गया
है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 68500 सहायक भर्ती के परिणाम में गड़बड़ी
की शिकायत मिलने के बाद बड़ी कार्यवाही करते हुए परीक्षा नियामक अधिकारी
सुत्ता सिंह को निलंबित कर दिया है।
- 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के अन्तर्गत गुणांक हेतु परीक्षा के प्राप्तांक/पूर्णांक में त्रुटिवश भिन्नता परिलक्षित होने पर आवश्यक कार्यवाही सम्बन्धी सचिव ने जारी किया आदेश, देखें आदेश की प्रति
- बीएड टीईटी 2011अभ्यर्थियों का प्रदर्शन। नियुक्ति की मांग को लेकर इको गार्डन में प्रदर्शन
- 68500 शिक्षक भर्ती हेतु गतिमान चयन /नियुक्ति के संबंध में निम्न जिलों में संलग्न सूची के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र न जारी करने हेतु आदेश जारी
- Breaking : सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा का निकलेगा एक और रिजल्ट
- सिर मुंड़वाकर लोग मांग कर रहे हैं कि बिना किसी कॉम्पिटिशन उनकी भर्ती हो: योगी आदित्यनाथ
- 97 हजार शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति मेरिट के आधार पर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
- Teachers' Day 2018: बेहाल हैं यूपी के 1.7 लाख शिक्षामित्र, 700 की गई जान
- Lucknow: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का बयान- शिक्षकों के मुद्दे पर बोले अखिलेश यादव
- बी एड मुद्दा-®- विशेष vs प्रकाश जावेडकर: बीटीसी वाले दें ध्यान
बता दें कि शिक्षक भर्ती 2018 के लिए 27
मई को प्रदेश भर में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी।और इसका परिणाम 13
अगस्त को घोषित हुआ था।सहायक शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के परिणाम में
41,556 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था।लेकिन परिणाम निकलने के बड़ा
से ही भर्ती पर सवाल उठने लगे थे।
मामला हाईकोर्ट पहुंचा जानकारी के अनुसार
पहले हाईकोर्ट में एक अभ्यर्थी की कॉपी बदलने का मामला सामने आया। वही फिर
आरक्षण के नियमों की अनदेखी करते हुए परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में
से लगभग 6000 अभ्यर्थियों को बाहर करने का विवाद शुरू हो गया। इन
अभ्यर्थियों के लगातार संघर्ष प्रदर्शन के बाद इस मामले में सीधे
मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप कर जिम्मेदार अधिकारियों को तलब किया।
68,500 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों को
बीते दिनों मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे गये।वही सीएम योगी के
नियुक्ति पत्र बांटने के बाद तब हंगामा हो गया जब 23 ऐसे अभ्यर्थियों का
नाम सामने आया। जो लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण ही नहीं हुए थे। शिकायत के
बाद ऐसे अभ्यर्थियों का नियुक्ति पत्र रोकने का आदेश दिया गया। उसके बाद से
ही भर्ती प्रक्रिया में धांधली और बड़ी गड़बड़ी की आशंका जताई जाने लगी।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियों को तलब करते हुए दोषियों
के खिलाफ सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया और परीक्षा नियामक अधिकारी सत्ता
सिंह को निलंबित कर दिया।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी के खिलाफ तब और
बड़ा मामला सामने आया ऐसे लोग सामने आये जो परीक्षा में फेल थे और उन्हें
नियुक्ति पत्र दे दिया गया। जिसकी सूचना के बाद विभाग में हड़कंप मच गया
इसके बाद विभागीय तौर उन अभ्यर्थियों का नियुक्ति पत्र रोकने का आदेश जारी
किया गया
- मा0 जस्टिस इरशाद अली साहब ने आज एक नई दायर याचिका जिसमे करीब 300 याची थे,सभी को काउंसिलिंग में शामिल करने का आदेश पारित किया
- 685000 भर्ती: याचियों को काउंसिलिंग न कराने की कंटेम्प्ट एवम 6000 पदों पर किस प्रक्रिया की तहत काउंसिलिंग कराने को लेकर लखनऊ पीठ ने अपर सचिव प्रभात कुमार एवम परिषद सचिव संजय सिन्हा को तुरन्त हाजिर होने का आदेश जारी
- 68500 की भर्ती प्रक्रिया में हुआ है घोटाला , शिक्षामित्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ
- पीएचडी महिला शिक्षामित्र ने योगी सरकार पर बोला हमला, 68500 शिक्षक भर्ती पर दिया ये बयान
- लखनऊ कोर्ट अपडेट: SPL appeal Avinash Kumar and Others की निर्णायक बहस आज माननीय हाई कोर्ट में
- UPTET 2011: बीएड-टीईटी वाले 5 को करेंगे अटल आंदोलन, 72825 एकेडमिक रिकॉर्ड के आधार पर शुरू करने की करेंगे मांग