शिक्षक भर्ती में अनियमितता की विभाग ने शुरू की जांच

समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जिले के 29 अंबेडकर प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त किए गए 72 अध्यापकों के शैक्षिक और अन्य सह अभिलेखों की जांच बुधवार को जांच टीम ने किया।

समाज कल्याण विभाग के डिप्टी डाइरेक्टर सुनील कुमार सिंह विसेन की अध्यक्षता में टीम ने अध्यापकों के पक्ष को सुना। उनकी शैक्षिक और प्रशिक्षण तथा टीईटी योग्यता को जांचा परखा। इस दौरान  विकास भवन स्थित समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय पर अध्यापक अध्यापिकाओं की भीड़ लगी रही।

विभाग की ओर से नियुक्ति की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई थी। आरोप लगाए गए थे कि इन अध्यापकों की नियुक्ति में मानकों का अनुपालन नहीं किया गया है और बिना बीएसए के अनुमोदन के ही अध्यापकों की नियुक्ति कर ली गई है। इस प्रकरण की जांच कई बार की गई। पिछले महीनों जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु ने बीएसए कार्यालय पर छापा मारकर 37 अध्यापकों से जुड़ी पत्रावलियों को अपने कब्जे में ट्रेजरी के डबल लाक में रखवा दिया था। इसके अवाला अन्य अध्यापकों की नियुक्तियों से संबंधित पत्रावलियां नहीं मिली थीं। इन अध्यापकों का वेतन रोक दिया गया था। इस मामले को लेकर अध्यापक कोर्ट चले गए थे। अध्यापकों का कहना था कि उनके पक्ष को बिना सुने ही एक तरफा कार्यवाही कर दी गई है। कोर्ट ने इन अध्यापकों का पक्ष सुनने का निर्देश दिया है।

इस क्रम में सहायक निदेशक सुनील कुमार सिंह विसेन के नेतृत्व में चंदौली के जिला समाज कल्याण अधिकारी आरके सिंह और मऊ के जिला समाज कल्याण अधिकारी मुक्तेश्वर चौँबे ने 29 अंबेडकर  स्कूलों के  72 अध्यापकों के नियुक्तियों से संबंधित सभी कागजातों की जांच पड़ताल किया। यह जांच गुरुवार को भी चलेगी। कई स्कूलों से आए अध्यापकों और अध्यापिकाओं की भीड़ लगी रही।