इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र में अब साक्षात्कार के
अंकों की हेराफेरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिस महिला अभ्यर्थी ने
इंटरव्यू दिया, उसे गैरहाजिर करार देकर अनुपस्थित अभ्यर्थी को साक्षात्कार
के अंक बांट दिए गए।
महिला के प्रत्यावेदन देने पर चयन बोर्ड ने गलती यह
कहते हुए स्वीकार है कि मानवीय त्रुटि से ऐसा हो गया है। अब पिछड़ी जाति
महिला का संशोधित किया जा रहा है।1प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक कालेजों के
लिए प्रधानाचार्य, प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों का चयन करने वाले बोर्ड की
भी गड़बड़ियां उजागर हो रही हैं। 2011 की प्रशिक्षित स्नातक संस्कृत की
लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली संगीता चौरसिया अनुक्रमांक 100200475
एक जून को साक्षात्कार में शामिल हुईं। बाद में इसका परिणाम घोषित हुआ।
इसमें संगीता को इंटरव्यू में अनुपस्थित दिखाकर अनुत्तीर्ण कर दिया गया।
संगीता ने आठ अगस्त को प्रत्यावेदन दिया कि उसे गलत तरीके से गैरहाजिर
दिखाया गया है। इसकी जांच हुई तो सामने आया कि संगीता तय तारीख को
साक्षात्कार में शामिल हुई थी। कई अभिलेखों में उसके हस्ताक्षर भी मिले।
चयन बोर्ड की ओर से इस मामले में सफाई देते हुए कहा गया है कि उसे गैर
हाजिर दिखाने का कारण कोडिंग के अंतिम चार अंकों की समानता रही है इससे
भ्रम की स्थिति बनी। ऐसे में संगीता को इंटरव्यू में मिलने वाले अंक मानवीय
त्रुटि से अनुपस्थित अभ्यर्थी के पक्ष में दर्ज हो गए। अब संस्कृत टीजीटी
2011 का अंतिम परिणाम संशोधित हुआ है और उसे वेबसाइट पर प्रदर्शित करने का
निर्देश भी हुआ है। इससे चयन बोर्ड के अफसरों में हड़कंप मचा है। असल में
चयन बोर्ड के पड़ोस में स्थित परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में
शिक्षक भर्ती को लेकर हंगामा है।