यूपी: फर्जी डिग्री पर पाई थी नौकरी, सिद्धार्थनगर में 12 और टीचर बर्खास्त, होगी FIR

लखनऊ यूपी के सिद्धार्थनगर में 12 ऐसे और शिक्षक मिले हैं जो टीईटी की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे थे। इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही, इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने और अब तक दिए गए वेतन को वसूलने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
ताज्जुब की बात यह है कि भर्ती के दौरान जब इन शिक्षकों की डिग्रियों का सत्यापन करवाया गया तो उन्हें सही बताया गया था। हालांकि, जब मौके पर भेजकर जांच करवाई गई तो सभी की डिग्रियां फर्जी निकलीं।


एसटीएफ की शिकायत के बाद सिद्धार्थनगर में इन 12 समेत अब तक 51 ऐसे शिक्षक सामने आ चुके हैं जो टीईटी और बीएलएड की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे थे। इनमें से 39 के खिलाफ पहले ही बर्खास्तगी और एफआईआर दर्ज करवाने की कार्रवाई हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, बीएलएड की डिग्री राजस्थान, झांसी और मेरठ की यूनिवर्सिटी से बनवाई गई थीं।

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जांच
वर्ष 2016 में जब इन शिक्षकों की भर्ती हुई थी तो इनकी डिग्रियों का सत्यापन कराया गया था। उस दौरान सभी की डिग्रियों का सही बता दिया गया। मथुरा, सीतापुर, बलरामपुर और कौशांबी में शिक्षकों की भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद सभी जिलों में जांच हुई। इसी दौरान इन 51 शिक्षकों की डिग्री की जांच करवाई गई तो सभी की डिग्रियां फर्जी पाई गईं। अब उन लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, जिन्होंने सत्यापन में इनकी डिग्रियों को सही बताया गया था। इन सभी को मुकदमों में आरोपी बनाया जाएगा।

सभी जिलों में डिग्रियों का सत्यापन शुरू

सिद्धार्थनगर में इस खेल का खुलासा होने के बाद सभी जिलों में एडीएम की अध्यक्षता में फर्जीवाड़े की जांच के लिए बनाई गई समितियों ने भौतिक रूप से शिक्षकों की डिग्रियों का सत्यापन शुरू करवा दिया है। माना जा रहा है कि बड़ी तादाद में ऐसे शिक्षक पकड़े जाएंगे तो फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी कर रहे हैं।