सोनभद्र। जिले के परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 2018 में सहायक अध्यापक के
पद पर तैनात करीब 1050 शिक्षकों को करीब साढ़े चार माह बीतने के बाद भी
फूटी कौड़ी तक नही मिली है।
जबकि वेतन न मिलने से शिक्षकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि कई बार नवनियुक्त शिक्षक विभागीय अधिकारियों को वेतन भुगतान कराने के लिए पत्रक दे चुुके हैं। फिर भी समस्या जस की तस है।
बतादें कि वर्ष 2018 में जिले के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय सहायक भर्ती
प्रक्रिया में चयनित 1050 अध्यापकों को शिक्षण कार्य करते हुए चार माह से
अधिक समय पूर्ण हो चुका है। लेकिन अभी तक नवनियुक्त शिक्षकों को वेतन नहीं
मिल सका है। जबकि आठ जनवरी को शिक्षकों ने बीएसए से मुलाकात कर उन्हें
मांगपत्र देकर वेतन न मिलने से होने वाली परेशानियों का अवगत कराया था।
शिक्षकों का कहना है कि दिसंबर 2018 को निदेशक बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा
नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन करा कर वेतन
निर्गत करने के संबंध में आदेशित भी किया जा चुका है। फिर भी वेतन नहीं
दिया जा रहा है। वेतन न मिलने से आर्थिक तंगी के कारण जीवन निर्वहन करने
में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी
डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि नवनियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन
करवा कर वेतन भुगतान करने की प्रक्रिया जारी है। कहा कि जल्द ही सभी
नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया जाएगा।
जबकि वेतन न मिलने से शिक्षकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि कई बार नवनियुक्त शिक्षक विभागीय अधिकारियों को वेतन भुगतान कराने के लिए पत्रक दे चुुके हैं। फिर भी समस्या जस की तस है।