टेढ़ी खीर होगी नकल विहीन परीक्षा

जासं, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने केंद्रों की सूची जारी कर दी है।
नकल विहीन परीक्षा कराना बोर्ड व प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। जहां एक तरफ एडेड स्कूलों में शिक्षकों की नई नियुक्ति नहीं हो रही है, वहीं दूसरी ओर इस सत्र में लगभग पांच सौ शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। शिक्षा विभाग ने 497 यूपी बोर्ड सेंटर बनाए हैं।
 दूसरी तरफ वित्तविहीन विद्यालयों में भी मानदेय देने की घोषणा प्रदेश सरकार द्वारा किए जाने के उपरात उन विद्यालयों में भी अध्यापकों की संख्या निर्धारित कर दी है। ऐसे में जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा उन्हीं शिक्षकों को कक्ष निरीक्षण कार्य केलिए अधिकृत किया जाएगा, जिनके नाम मानदेय के लिए प्रधानाचार्यो द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक को सीडी सौंपी गई है। इस सीडी में शिक्षकों की पूरी कुंडली है। मसलन फोटो और कब से शिक्षण कर रहे हैं। पिछले सत्र तक जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा कक्ष निरीक्षकों की डयूटी लगाने के लिए प्रधानाचार्यो से लिस्ट मांगी जाती थी। वित्तविहीन स्कूलों के प्रधानाचार्य या प्रबंधक लंबी चौड़ी शिक्षकों की सूची डीआइओएस को सौंप देते थे। उपलब्ध सूची के आधार पर डीआइओएस कार्यालय संबंधित शिक्षक के परिचय पत्र यूपी बोर्ड डयूटी के लिए जारी कर देता था। लेकिन इस बार मानदेय की घोषणा के बाद स्कूलों के प्रबंधक या प्रधानाचार्य द्वारा निर्धारित संख्या में शिक्षकों की सूची सौंपी गई है। ऐसे में सूची के हिसाब से शिक्षकों की डयूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई तो निश्चित ही कक्ष निरीक्षक शिक्षा अफसरों को खोजे नहीं मिलेंगे। नकल विहीन परीक्षा करा पाना शिक्षा अफसर व प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। ऐसे में परीक्षा की सुचिता पर प्रश्न चिन्ह उठना
बड़ी बात नहीं होगी। प्रशासन की भी बोर्ड परीक्षाओं में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति उदासीनता किसी से छिपी नहीं है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. शैलेश पांडेय का कहना है कि विद्यालय के अंदर नकल विहीन परीक्षा कराना तो प्रधानाचार्य और अध्यापकों का दायित्व है, परंतु बाहर की सुरक्षा व्यवस्था और बाहर से नकल कराने वालों से निपटना प्रशासन का दायित्व है। उन्होंने बताया कि वित्त विहीन स्कूलों से प्राप्त सीडी के आधार पर शिक्षकों की डयूटी लगाई गई तो नकल विहीन परीक्षा कराना टेढ़ी खीर होगी। इधर, जिला विद्यालय निरीक्षक गोविंद राम ने बताया कि शिक्षकों की डयूटी कैसे लगाई जाएगी इस संबंध में उच्च अधिकारियों से वार्ता की जा रही है। जैसा वह कहेंगे, उसी के अनुरूप शिक्षकों की डयूटी लगाई जाएगी।
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