प्राथमिक विद्यालयों मे भेजे गए 414 सहायक अध्यापक

जागरण संवाददाता, मऊ : शिक्षक भर्ती के कई पड़ाव पार करने के बाद 414 बेरोजगारों के लिए शुक्रवार को वह दिन आ ही गया जिसके लिए उन्होंने वर्षों इंतजार किया था।
शिक्षक बनने की कई कसौटियों पर खरे उतरे 414 अभ्यर्थियों के हाथ में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने सहायक अध्यापक होने का नियुक्ति पत्र दिया तो उनके चेहरों पर खुशियां खिलखिला उठीं। आस ही पास नियुक्ति पत्र लेकर आने का इंतजार कर रहे अभिभावकों ने अपने पाल्यों के हाथों में जब नियुक्ति पत्र और उनका खिलखिलाता हुआ चेहरा देखा तो उनकी आंखों में भी खुशियों के आंसू छलछलाने लगे।

डायट प्रांगण से अपने निर्धारित समय के अनुसार सुबह 11 बजे से अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र वितरित करने का सिलसिला दो काउंटरों से शुरू किया गया। प्रतीकात्मक रूप से बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने बड़रांव की पूजा उपाध्याय एवं मऊ की दिव्या ¨सह को नियुक्ति पत्र देकर नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उपस्थित नवनियुक्त सहायक अध्यापकों से बीएसए ने कहा कि आप में शिक्षक होने की सभी प्रतिभाएं मौजूद हैं इसलिए आज आप शिक्षक बने हैं। आप जिन विद्यालयों में जा रहे हैं वहां के बच्चे यदि आपकी प्रतिभा से कुछ नहीं सीख पाए तो अब तक का आपका सारा संघर्ष बेकार है। कहा कि शिक्षक नौकरी नहीं, सेवा है। समाज के अंतिम व्यक्ति के बच्चे को भी अपने जैसा या अपने से बेहतर बना देने की सेवा का नाम ही शिक्षक है। कहा कि वे स्वयं प्राथमिक स्कूल के छात्र रहे हैं, इसलिए प्राथमिक स्कूलों की शिक्षा और शिक्षकों के सम्मान पर कोई आंच आते नहीं देखना चाहते। समाज बेहतर चाहता है, इसलिए शैक्षिक गुणवत्ता के उत्थान के साक्षी बनें। वितरण के दौरान डायट प्रांगण में कई भावुक क्षण देखने को मिले, जब बेटे के नियुक्ति-पत्र को देखकर अनपढ़ पिता पढ़ न सका तो फफक कर रो पड़ा। सभी नवनियुक्त शिक्षक शनिवार को संबंधित विद्यालयों में औपचारिकता के बाद कार्यभार ग्रहण करेंगे।
घंटों की मेहनत के बाद तैयार हुआ नियुक्ति पत्र

तयशुदा समय पर सभी अभ्यर्थियों के हाथ में नियुक्त पत्र देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। बीएसए समेत कई एबीएसए को 14-14 घंटे काम करने पड़े। गुरुवार को नियुक्त पत्र पर अपना दस्तखत करने के लिए स्वयं बीएसए को रात 10 बजे तक कार्यालय में बैठना पड़ा। इनके साथ ही परदहां के बीइओ रमेश ¨सह तथा मुहम्मदाबाद गोहना के बीइओ चंद्रभूषण पांडेय भी डटे रहे। नियुक्ति प्रक्रिया को समयावधि में निपटाने के लिए काउंसि¨लग की प्रक्रिया भी रात 11 बजे तक चली।