लखनऊ : समाजवादी पार्टी के शासनकाल में गड़बड़ियों का पर्याय रहे उच्चतर
शिक्षा सेवा आयोग का विवादों से नाता नहीं छूट रहा है। अब असिस्टेंट
प्रोफेसरों की भर्ती में रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। सोशल मीडिया पर एक
आडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आयोग का एक कर्मचारी फाइनल रिजल्ट में पास
कराने के एवज रिश्वत मांग रहा है। अभ्यर्थी ने इसकी शिकायत सीधे
प्रधानमंत्री कार्यालय में की है।
उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ने विज्ञापन संख्या 46 के तहत असिस्टेंट
प्रोफेसरों के 1610 पदों पर भर्ती का विज्ञापन 2014 में निकाला था और तब से
यह भर्ती लगातार विवादों में फंसती रही। कभी परीक्षा के आयोजन में गड़बड़ी
का मामला सामने आया तो कभी अध्यक्ष और सदस्यों की अवैध नियुक्ति का। इसी
परीक्षा में दो सौ कापियां सादी मिलने की बातें भी प्रकाश में आई थीं। इन
वजहों से इस भर्ती के फाइनल रिजल्ट में विलंब होता रहा। भाजपा सरकार बनने
के बाद आयोग का पुनर्गठन हुआ तो रिजल्ट में तेजी की संभावनाएं बढ़ीं। आयोग
ने अधिकांश विषयों के परिणाम भी घोषित किए हैं कि इस बीच ताजा विवाद सामने आ
गया है। 1आडियो में कर्मचारी अभ्यर्थी से सीधे तौर पर यह भरोसा दे रहा है
कि पांच लाख रुपये देने पर उसकी नियुक्ति हो जाएगी। उनसे यह भी स्वीकार
किया कि वह आयोग का कर्मचारी है। अभ्यर्थी ने आडियो पीएमओ भेजने के साथ ही
कर्मचारी का फोन नंबर भी भेजा है। दूसरी ओर आयोग की सचिव वंदना त्रिपाठी ने
कहा कि इस तरह की कोई लिखित शिकायत उनके पास नहीं आई है। यदि आती है तो
उसे अध्यक्ष के सामने रखा जाएगा और इसकी जांच कराई जाएगी।
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