यूपी में 18 नवंबर को होने जा रही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी-2018) में सफेदा(व्हाइटनर) लगाया तो उत्तर पत्रक के रूप में मिली ओएमआर शीट नहीं जांची जाएगी।
यानि सफेदा लगाने की एक गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी की ओर से जारी निर्देश में लिखा है कि ओएमआर शीट पर अशुद्ध लिखने के बाद सफेदा (करेक्टिव फ्लुइड या व्हाइटनर) का प्रयोग कभी न करें। ऐसा होने पर ओएमआर शीट निरस्त कर दी जाएगी। .
यदि कोई परीक्षार्थी सादी ओएमआर शीट (उत्तर पत्रक) जमा करता है तो कक्ष निरीक्षक उस पर अभ्यर्थी से ही क्रास (कटवा) देगा, क्योंकि उसका मूल्यांकन नहीं होगा।
यानि सफेदा लगाने की एक गलती पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी की ओर से जारी निर्देश में लिखा है कि ओएमआर शीट पर अशुद्ध लिखने के बाद सफेदा (करेक्टिव फ्लुइड या व्हाइटनर) का प्रयोग कभी न करें। ऐसा होने पर ओएमआर शीट निरस्त कर दी जाएगी। .
यदि कोई परीक्षार्थी सादी ओएमआर शीट (उत्तर पत्रक) जमा करता है तो कक्ष निरीक्षक उस पर अभ्यर्थी से ही क्रास (कटवा) देगा, क्योंकि उसका मूल्यांकन नहीं होगा।