प्रयागराज : ग्राम विकास अधिकारी यानी वीडीओ जैसे पद के लिए पिछले दिनों हुई परीक्षा का जिन विशेषज्ञों ने प्रश्नपत्र बनाया उन्होंने हंिदूी व्याकरण का कबाड़ा ही कर दिया। प्रश्नपत्र में विशेषज्ञ न तो प्रधानाध्यापक लिख सके और न ही उन्हें ‘सेना’ व ‘सेनाओं’ में अंतर पता है।
श्रीरामचरितमानस को भी रामचरित मानस लिखा। भाषाविद् समीक्षक डॉ पृथ्वीनाथ पांडेय ने वीडीओ परीक्षा के प्रश्नपत्र में ढेरों गलतियां उजागर की हैं।
लिखित परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को हुई थी, जिसमें व्याकरण की गलतियां सभी सेट कोड और परीक्षा पुस्तक सीरीज में रही। अभी तक व्याकरण में तीन लिंग पुल्लिंग, स्त्रीलिंग व नपुंसकलिंग की ही व्यवस्था है लेकिन, विशेषज्ञों ने प्रश्नपत्र में ‘स्नीलिंग’ लिखा। जिसे सेट कोड एबी और परीक्षा पुस्तिका सीरीज ए-एफ के प्रश्न संख्या 34 व 35 में देखा जा सकता है। व्याकरण में ‘सेना’ का बहुवचन ‘सेना’ ही है लेकिन, प्रश्नपत्र में सेना का बहुवचन ‘सेनाएं’ तथा क्रिया को एकवचन ‘बढी’ दिखाया है। जबकि यहां ‘बढ़ी’ होगा और बहुवचन में ‘बढ़ीं’। प्रश्न संख्या आठ में एक वाक्य में पांच अशुद्धियां हैं। इसमें युद्ध क्षेत्र लिखा गया है जबकि ‘युद्ध-क्षेत्र’ होगा, जो कि षष्ठी तत्पुरुष सामासिक चिह्न् से अनुशासित होगा। प्रश्न 10 में ‘करुं’ की जगह ‘करूं’, 11 में ‘घोडा’ की जगह ‘घोड़ा’, 12 में ‘कपडा’ की जगह ‘कपड़ा’ होगा। बताइए’ के बाद पूर्णविराम- चिह्न् की जगह ‘विवरण-चिह्न्’ (--) होगा। 14 में विकल्प (डी) ‘लोकिक’ की जगह ‘लौकिक’, 15 के विकल्प (ए) में ‘दोनो’ की जगह ‘दोनों’ होगा। प्रश्न 15 में ‘उपसर्ग वह शब्दांश है’, के बाद अल्पविराम-चिह्न् (,) लगेगा, फिर ‘जो’ का प्रयोग होगा। इस प्रश्न के सभी विकल्पों में ‘जुडता’ के स्थान पर ‘जुड़ता’ होगा। 20 में कर्तव्य-अकर्तव्य की जगह कर्त्तव्य-अकर्त्तव्य होगा।
सीरीज एफ-ए, पुस्तिका पी-छह का पहला प्रश्न गद्यांश का है, जिसमें भद्र जनों, श्रेष्ठ जनों, प्रिय जनों तथा शिक्षित जनों का प्रयोग गलत है। इसमें जनों के स्थान पर ‘जन’ होना चाहिए, क्योंकि ‘जन’ स्वयं में बहुवचन का शब्द है। जन से पहले के शब्द जन से जुड़े रहेंगे। इसी में प्रफुल्लित के स्थान पर प्रफुल्ल, जगत के स्थान पर जगत्, प्रश्न 10 में यौग रूढ़ के स्थान पर योगरुढ़ होगा। प्रश्नों में निम्न शब्द का प्रयोग है जबकि निम्नलिखित होगा। परीक्षा पुस्तिका पी-दो और सीरीज बी ए के प्रश्न संख्या एक के विकल्प (सी) में प्रधानाध्यपक लिखा गया है जबकि प्रधानाध्यापक होगा। प्रश्न संख्या दो में ‘जिनका उच्चारण स्वतन्त्रता से होता है’ की जगह ‘जिनका उच्चारण बिना किसी बाधा के होता है’ प्रयोग होगा। प्रश्न 44 में पूछा गया है कि सूरदास जी कौन से काल के संत कवि हैं? यहां ‘कौन से काल के’ के स्थान पर ‘किस काल के’ होगा। एक प्रश्न में ‘रामचरित मानस’ लिखा गया है जबकि इसकी जगह श्रीरामचरितमानस होगा। घर पर की जगह घर में होगा।
श्रीरामचरितमानस को भी रामचरित मानस लिखा। भाषाविद् समीक्षक डॉ पृथ्वीनाथ पांडेय ने वीडीओ परीक्षा के प्रश्नपत्र में ढेरों गलतियां उजागर की हैं।
लिखित परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को हुई थी, जिसमें व्याकरण की गलतियां सभी सेट कोड और परीक्षा पुस्तक सीरीज में रही। अभी तक व्याकरण में तीन लिंग पुल्लिंग, स्त्रीलिंग व नपुंसकलिंग की ही व्यवस्था है लेकिन, विशेषज्ञों ने प्रश्नपत्र में ‘स्नीलिंग’ लिखा। जिसे सेट कोड एबी और परीक्षा पुस्तिका सीरीज ए-एफ के प्रश्न संख्या 34 व 35 में देखा जा सकता है। व्याकरण में ‘सेना’ का बहुवचन ‘सेना’ ही है लेकिन, प्रश्नपत्र में सेना का बहुवचन ‘सेनाएं’ तथा क्रिया को एकवचन ‘बढी’ दिखाया है। जबकि यहां ‘बढ़ी’ होगा और बहुवचन में ‘बढ़ीं’। प्रश्न संख्या आठ में एक वाक्य में पांच अशुद्धियां हैं। इसमें युद्ध क्षेत्र लिखा गया है जबकि ‘युद्ध-क्षेत्र’ होगा, जो कि षष्ठी तत्पुरुष सामासिक चिह्न् से अनुशासित होगा। प्रश्न 10 में ‘करुं’ की जगह ‘करूं’, 11 में ‘घोडा’ की जगह ‘घोड़ा’, 12 में ‘कपडा’ की जगह ‘कपड़ा’ होगा। बताइए’ के बाद पूर्णविराम- चिह्न् की जगह ‘विवरण-चिह्न्’ (--) होगा। 14 में विकल्प (डी) ‘लोकिक’ की जगह ‘लौकिक’, 15 के विकल्प (ए) में ‘दोनो’ की जगह ‘दोनों’ होगा। प्रश्न 15 में ‘उपसर्ग वह शब्दांश है’, के बाद अल्पविराम-चिह्न् (,) लगेगा, फिर ‘जो’ का प्रयोग होगा। इस प्रश्न के सभी विकल्पों में ‘जुडता’ के स्थान पर ‘जुड़ता’ होगा। 20 में कर्तव्य-अकर्तव्य की जगह कर्त्तव्य-अकर्त्तव्य होगा।
सीरीज एफ-ए, पुस्तिका पी-छह का पहला प्रश्न गद्यांश का है, जिसमें भद्र जनों, श्रेष्ठ जनों, प्रिय जनों तथा शिक्षित जनों का प्रयोग गलत है। इसमें जनों के स्थान पर ‘जन’ होना चाहिए, क्योंकि ‘जन’ स्वयं में बहुवचन का शब्द है। जन से पहले के शब्द जन से जुड़े रहेंगे। इसी में प्रफुल्लित के स्थान पर प्रफुल्ल, जगत के स्थान पर जगत्, प्रश्न 10 में यौग रूढ़ के स्थान पर योगरुढ़ होगा। प्रश्नों में निम्न शब्द का प्रयोग है जबकि निम्नलिखित होगा। परीक्षा पुस्तिका पी-दो और सीरीज बी ए के प्रश्न संख्या एक के विकल्प (सी) में प्रधानाध्यपक लिखा गया है जबकि प्रधानाध्यापक होगा। प्रश्न संख्या दो में ‘जिनका उच्चारण स्वतन्त्रता से होता है’ की जगह ‘जिनका उच्चारण बिना किसी बाधा के होता है’ प्रयोग होगा। प्रश्न 44 में पूछा गया है कि सूरदास जी कौन से काल के संत कवि हैं? यहां ‘कौन से काल के’ के स्थान पर ‘किस काल के’ होगा। एक प्रश्न में ‘रामचरित मानस’ लिखा गया है जबकि इसकी जगह श्रीरामचरितमानस होगा। घर पर की जगह घर में होगा।