शिक्षामित्रों को अध्यादेश लाकर पुन: सहायक अध्यापक के पद पर बहाल किया जाए : प्राथमिक शिक्षामित्र संघ

एटा : प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने फिर से शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक बनाए जाने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है। शनिवार देर शाम को शांतिनगर स्थित सांसद आवास पहुंचकर संगठन के पदाधिकारियों ने सांसद राजवीर ¨सह राजू भैया को ज्ञापन सौंपा। वहीं सरकार के वायदों का भी स्मरण कराया।

संगठन मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने शिक्षामित्रों के समायोजन निरस्त होने के बाद हालातों से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में 900 से ज्यादा शिक्षामित्रों की मृत्यु हो चुकी है। उच्चतम न्यायालय ने अपने निर्णय में यह भी कहा था कि होने वाली शिक्षक भर्ती में शिक्षामित्रों को प्राथमिकता देकर सहायक अध्यापक बनाया जाए। इसके बावजूद प्रदेश सरकार ने कोई भी राहत नहीं दी। जरूरी यह है कि उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बनाई गई हाईपॉवर कमेटी के द्वारा भर्तियों में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाने के लिए कोई न कोई व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने मांग पत्र के अनुरूप कहा कि सभी शिक्षामित्रों को अध्यादेश लाकर पुन: सहायक अध्यापक के पद पर बहाल किया जाए।


मृतक शिक्षामित्रों के परिवार को मुआवजा व नौकरी प्रदान की जाए। प्रदेश में हो रही शिक्षक भर्ती से केवल शिक्षामित्रों को लिखित परीक्षा में छूट देकर बीएड धारकों को भर्ती से बाहर किया जाए। इस संबंध में सांसद से मांग की गई कि वह इस सत्र में मांगों को लेकर आदेश पारित कराएं, जिससे शिक्षामित्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके। ज्ञापन देने के दौरान जिलाध्यक्ष मनोज यादव, ओमेंद्र कुशवाह, सुनील चौहान, मोहम्मद इशाक, हरीओम प्रजापति, एसके राजपूत, अनिल पलरा, विजय शाक्य, भूपेंद्र यादव, प्रदीप राना, राजेश यादव, अरुण कुमार, शीतला राजपूत, रेखा, अनीता राजपूत, धर्मेंद्र कुमार, ज्योति वर्मा आदि शिक्षामित्र मौजूद थे।